भाजपा सांसद सैनी के तीखे बोल
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 27 फीसद आरक्षण में जाटों को हिस्सेदारी देने की किसी भी कोशिश पर भाजपा सांसद राजकुमार सैनी अपनी पार्टी से टकराने को तैयार हैं।
चंडीगढ़। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 27 फीसद आरक्षण में जाटों को हिस्सेदारी देने की किसी भी कोशिश पर भाजपा सांसद राजकुमार सैनी अपनी पार्टी से टकराने को तैयार हैं। उन्होंने दोटूक कह दिया कि ओबीसी के आरक्षण से छेड़छाड़ करने पर जो हाल कांग्रेस का हुआ था, वैसा भाजपा का होते देर नहीं लगेगी।
भाजपा सांसद ने मनोहर सरकार को दस में से पांच नंबर देते हुए कहा कि अगले चार साल में बाकी पांच नंबर का टारगेट पूरा कर लिया जाएगा। कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान और महंगाई कम करने के जिन मुद्दों पर भाजपा चुनाव जीतकर आई, उन्हें सांसद ने सिरे से खारिज कर दिया। सैनी ने सातवें वेतन आयोग को देश का आखिरी नाश बताया है। उन्होंने कहा कि सातवें वेतन आयोग के लागू होने से सिर्फ तीन फीसद लोग पहले से अधिक ताकतवर होंगे। बाकी 97 प्रतिशत लोगों की भी चिंता की जानी चाहिए।
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सैनी ने पंजाब के समान वेतनमान की मांग को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि स्थायी रूप से रोजगार पाए लोगों को रोजगार विहीन लोगों की चिंता करनी चाहिए। पंजाब के समान वेतनमान चाहने वालों को पंजाब चले जाना चाहिए। पंजाब साधन संपन्न राज्य है। हरियाणा छोटा प्रदेश है। यहां के कर्मचारियों को बिहार के समान वेतनमान की मांग करे तो वाजिब है।
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देश अगर आर्थिक आधार पर आरक्षण दिए जाने पर सहमत है तो पहले जातिगत आधार पर आरक्षण फिक्स हो। उसके बाद उसमें क्रीमिलेयर तय किया जाएगा। राजकुमार सैनी ने कहा कि राजनीतिक उद्देश्य के तहत जाटों को योजनाबद्ध ढंग से आरक्षण दिया गया। भाजपा के एजेंडे में जाट आरक्षण कभी नहीं रहा। फिर भी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पीटिशन डाली। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानना सभी की जिम्मेदारी है।
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