चिदंबरम के बयान से कांग्रेस में हंगामा, मनीष तिवारी ने किया समर्थन
'सेटेनिक वर्सेज' को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बयान से जहां भाजपा खुश है, वहीं कांग्रेस में खलबली मच गई है। चिदंबरम ने शनिवार को कहा था कि सलमान रश्दी की 'सेटेनिक वर्सेज' किताब पर प्रतिबंध लगाना राजीव गांधी सरकार की गलती थी।
नई दिल्ली। 'सेटेनिक वर्सेज' को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बयान से जहां भाजपा खुश है, वहीं कांग्रेस में खलबली मच गई है। चिदंबरम ने शनिवार को कहा था कि सलमान रश्दी की 'सेटेनिक वर्सेज' किताब पर प्रतिबंध लगाना राजीव गांधी सरकार की गलती थी।
इस पर भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने रविवार को कहा कि तीन दशक बाद गलती मानने की जरूरत क्यों पड़ी है? यदि यह बयान कांग्रेस की सोच को प्रदर्शित करता है, तो इसे व्यापक अर्थो में समझा जाना चाहिए। कांग्रेस समेत सभी को थोड़ा सहिष्णु होना चाहिए। यदि किसी विषय पर कोई अपनी बात रखता है, तो दूसरे को भी हक है कि वह उसका विरोध करे। संविधान कुछ शर्तो के साथ अभिव्यक्ति की आजादी देता है। दूसरी ओर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने चिदंबरम के बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस समय गड़े मुर्दे उखाड़ने की क्या जरूरत है?
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चिदंबरम के पक्ष में
चिदंबरम पूरी तरह सही हैं। किताबों व अन्य रचनात्मक सामग्रियों को प्रतिबंधित करने से बचना चाहिए। हमें देश में सहिष्णु स्वभाव बनाना होगा। -मनीष तिवारी, कांग्रेस नेता
राजीव सरकार ने अक्टूबर 1988 में जब किताब पर रोक लगाई थी, तब चिदंबरम गृह राज्य मंत्री थे। उनका यह कबूलनामा सुनकर मैं खुश हूं। --अमिताव घोष, प्रख्यात लेखक
मैं चिंदबरम से सहमत हूं। ऐसी किताबें साहित्यिक होती हैं। मेरी राय में उन किताबों पर पाबंदी की कोई जरूरत नहीं है। --प्रशांत भूषण, प्रख्यात वकील-
चिदंबरम के खिलाफ
मुझे राजीव गांधी पर गर्व है। उन्होंने जो किया सही किया। सेटेनिक वर्सेज को बेचकर देश को क्या मिलता? चिदंबरम उस समय छोटे नेता थे। --हंसराज भारद्वाज, पूर्व कानून मंत्री
तब के फैसले पर अब अंगुली उठाना गड़े मुर्दे उखाड़ने जैसा है। तब के फैसले, तब सही थे। उसमें चिदंबरम भी शामिल थे।--राजीव शुक्ला, कांग्रेस नेता
चिदंबरम को अगर लगा कि किताब पर प्रतिबंध लगाना गलत है, तो उसी वक्त वे गलती ठीक कर सकते थे। --संदीप दीक्षत, कांग्रेस नेता
तसलीमा ने ममता को चिदंबरम से सबक लेने को कहा
तलसीमा नसरीन ने ट्वीट कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा कि वह चिदंबरम से सबक लेकर मेरे लिखे सीरियल पर राज्य में रोक हटाएं। यह सीरियल एक हिंदू परिवार के बारे में है, जो कोलकाता में बस गया है। तब नए शुरू हुए चैनल आकाश-आठ पर इसके प्रसारण पर दिसंबर 2013 में रोक लगा दी गई थी। नसरीन ने ममता सरकार पर मुस्लिम कट्टरपंथियों की सहमति से यह रोक लगाने का आरोप लगाया था। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि बुद्धदेव भट्टाचार्य कब कहेंगे कि मेरी 'द्विखंडितो' पर भी प्रतिबंध गलत था।
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