राहुल को कांग्रेस के लिए 'आपदा' बताने वाली बरखा पार्टी से निकाली गईं
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने बैठक कर सर्वसम्मति से बरखा सिंह को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। एक दिन पहले अपने पद से इस्तीफा देने वालीं दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बरखा सिंह शुक्ला को अब पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया गया है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकीं बरखा ने बृहस्पतिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद अपने आवास पर पत्रकार वार्ता कर राहुल गांधी और अजय माकन सहित पार्टी नेताओं पर हमला बोला था। हालांकि, उस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगी।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलने के साथ बरखा सिंह पर कार्रवाई तय माना जा रहा है। इस कड़ी में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने बैठक कर सर्वसम्मति से बरखा सिंह को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने पार्टी विरोधी काम किया है वह भी दिल्ली नगर निगम चुनाव से ठीक पहले।
बरखा सिंह को पार्टी से निकालने का इन लोगों ने लिया निर्णय
1. नरेंद्र नाथ
2. आभा चौधरी
3. महमूद जिया
4. सुरेंद्र कुमार
इससे पहले दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफ भेजने के कुछ समय बाद अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में पार्टी आलाकमान पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने न केवल मेरे बल्कि महिला कांग्रेस की अन्य पदाधिकारियों के साथ भी अपने आवास पर दुर्व्यवहार किया। जब इस मामले को राहुल गांधी के संज्ञान में लाया गया, तब भी कुछ नहीं किया गया। राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वह पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं हैं।
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पत्रकार वार्ता में कांग्रेस आलाकमान पर गंभीर हमला बोलते हुए बरखा ने कहा था कि अगर राहुल गाधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया तो यह पार्टी के लिए आपदा की तरह होगा। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि कांग्रेस नेतृत्व उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा तो वह अदालत जाएंगी।
बरखा यहीं पर नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि पार्टी के बहुत वरिष्ठ नेताओं, जिनमें से मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहती, का भी यह मत है कि राहुल गांधी पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं हैं। किन्तु वे इस बारे कहना क्यों नहीं चाहते, इसके कारण मेरे लिए अज्ञात हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी के नेताओं से मुलाकात नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल पार्टी के भीतर के मुद्दों पर विचार करने को अनिच्छुक हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेता इन दिनों दूसरे दलों की ओर रुख कर रहे हैं। कुछ दिन पहले पूर्व दिल्ली प्रदेश अरविंदर सिंह लवली भी कांग्रेस पार्टी में चले गए हैं। उन्होंने ने भी माकन पर कई आरोप लगाए।
वहीं, दिल्ली कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा था कि बरखा अपनी निजी शिकायतें निबटा रही हैं तथा पार्टी हितों को ऐसे नाजुक समय में नुकसान पहुंचा रही हैं जब निगम चुनाव सिर पर हैं।
शर्मिष्ठा ने कहा कि वह 'वफादार सैनिक' नहीं हैं, बल्कि पीठ पर छुरा मारने वाली ऐसी व्यक्ति हैं जो जानबूझकर इस नाजुक समय पर पार्टी को नुकसान पहुंचा रही हैं।
बता दें कि बरखा ने निगम चुनावों के लिए पार्टी के टिकट वितरण में महिलाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज दबाई जा रही है तथा उनकी शिकायतों को दूर नहीं किया जा रहा है।