गोवा विधानसभा में 'पत्रकार की एंट्री बैन' के मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा को घेरा
कांग्रेस विधायक अलेक्सो रेगिलाडो ने कहा, पत्रकारों को धमकी देने और लोकतंत्र की आवाज को उचित नहीं है।
पणजी, आइएएनएस। कांग्रेस ने मंगलवार को गोवा सरकार पर पत्रकारों को टारगेट करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि पत्रकारों को विधानसभा परिसर में प्रवेश करने से रोका न जाए। सोमवार को बजट सत्र के दौरान एक पत्रकार को विधानसभा में प्रवेश करने से रोक दिया गया था।
कांग्रेस विधायक अलेक्सो रेगिलाडो ने पत्रकारों से कहा, 'एक पत्रकार को कुछ जानकारी देने के लिए उसकी आलोचना की गई है। सीआईडी और क्राइम ब्रांच उन्हें फोन कर रहे हैं। सरकार को आलोचना अपनी को भी उदारता से लेना चाहिए और उनमें राजनीति की भावना होनी चाहिए।' उन्होंने कहा, 'देखिए, पत्रकारों को धमकी देने और लोकतंत्र की आवाज को उचित नहीं है। हम दृढ़ता से सरकार के इस कदम की निंदा करते हैं। अगर किसी से कोई गलती हुई है, तो उसे माफी मांगनी चाहिए या स्पष्ट करना चाहिए।'
हालांकि, स्पष्टीकरण में विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने कहा कि पत्रकार हरीश वोल्वोइकर जो GoaJunction.com वेबसाइट चलाते हैं, वह ऐसे पास का इस्तेमाल कर रहे थे जिसकी समयसीमा एक साल पहले ही समाप्त हो गई थी। ये विधानसभा के नियमों का उल्लंघन है। यह कार्ड मार्च 2017 तक वैध था, लेकिन उन्होंने इस कार्ड का उपयोग जारी रखा। इसलिए, माननीय अध्यक्ष (प्रमोद सावंत) ने वोल्वोइकर को विधानसभा में प्रवेश न करने देने का फैसला किया है।
बता दें कि सोमवार को गोवा विधानसभा के परिसर में प्रवेश करने से वोल्वोइकर का रोक दिया गया था। खबरों के मुताबिक, दो दिन पहले उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के स्वास्थ्य के बारे में अपनी डिजिटल समाचार सेवा के माध्यम से संदेश भेजा और बाद में इसे वापस ले लिया। एक भाजपा नेता सुनील देसाई ने पुलिस से शिकायत की कि कोई अज्ञात व्यक्ति पर्रिकर के स्वास्थ्य के बारे में अफवाह फैला रहा है। इसके बाद वोल्वोइकर को गोवा पुलिस की साइबर सेल ने समन किया।