मणिपुर में चौथे कार्यकाल का कांग्रेस को पूरा भरोसा
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के एच ज्योति किशन ने बताया, हम राज्य में अधिक से अधिक दो तिहाई बहुमत हासिल करेंगे।
मणिपुर(पीटीआई)। मणिपुर में एक बार फिर से सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है। तीन बार से यहां कांग्रेस ने ही जीत हासिल ही है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के एच ज्योति किशन ने बताया, हम राज्य में अधिक से अधिक दो तिहाई बहुमत हासिल करेंगे। जनता भाजपा का खेल को अच्छी तरह से समझ गई है।'
कांग्रेस के प्रचार अभियान की कमान मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, उप मुख्यमंत्री गैखांघम और कांग्रेस अध्यक्ष टी एन हाओकिप के हाथ में है। इबोबी मैतई समुदाय से आते हैं। मणिपुर की कुल जनसंख्या में 63 प्रतिशत लोग मैतई समुदाय से हैं। ऐसे में साफ है कि राज्य की राजनीति में मैतई समुदाय का वर्चस्व ही पहाड़ और घाटी के बीच बढ़ती दूरियों की एक बड़ी वजह भी है। बीजेपी की कोशिश है कि वो कांग्रेस के खिलाफ पैदा हुए एंटी इंकंबेंसी का फायदा उठाए।
राज्य में नगा और कूकी समुदाय के बीच पुराना संघर्ष है। दोनों समुदायों के बीच हुई हिंसा में सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। इबोबी सरकार को नगा बहुल वाले पहाड़ी जिलों का बंटवारा कर दो नए जिले बनाए गए हैं। इसी फैसले के दम इस बार जीत का सपना इबोबी सरकार देख रही है, लेकिन वर्तमान हालात हिंसा से घिरे हुए हैं।
साल 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 42 सीटें जीतकर विपक्ष को हाशिये पर धकेल दिया था लेकिन इस बार बीजेपी को उम्मीद है कि वो सत्ताधारी कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे सकती है। हालांकि राज्य में हुई आर्थिक नाकाबंदी बीजेपी के लिये मुश्किल खड़ी कर सकती है।
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