कांग्रेस ने बदल दी आयोजन तिथि
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन की 125वीं वर्षगांठ के आयोजन को लेकर कांग्रेस और केंद्र की भाजपा सरकार के बीच जारी सियासी होड़ का पहला परिणाम सामने आ गया है। कांग्रेस ने इस अवसर पर आयोजित किए जाने वाले अपने कार्यक्रम में तब्दीली कर ली है।
नई दिल्ली। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन की 125वीं वर्षगांठ के आयोजन को लेकर कांग्रेस और केंद्र की भाजपा सरकार के बीच जारी सियासी होड़ का पहला परिणाम सामने आ गया है। कांग्रेस ने इस अवसर पर आयोजित किए जाने वाले अपने कार्यक्रम में तब्दीली कर ली है। पार्टी अब अपना बड़ा जलसा नेहरू के जन्मदिन 14 नवंबर से एक दिन पहले ही यानी 13 नवंबर को करेगी। सूबे के कांग्रेसी नेता दलील यह दे रहे हैं कि एक ही दिन बहुत सारे कार्यक्रमों के आयोजन के मद्देनजर कई परेशानियां खड़ी हो जाएंगी, इसीलिए तारीख बदली गई है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 14 नवंबर के सरकारी कार्यक्रम के आयोजन के मद्देनजर बड़ी चतुराई से दिल्ली की सैकड़ों निजी बसें दिन भर के लिए पहले ही बुक कर ली हैं। इस वजह से कांग्रेसी नेताओं को लगा कि यदि 14 नवंबर को ही कार्यक्रम किया गया तो उनके सामने बसों की कमी हो जाएगी। इससे बड़ी संख्या में वे अपने समर्थकों को जुटा नहीं पाएंगे और उनका जलसा फीका पड़ जाएगा। लिहाजा, उन्होंने जवाबी रणनीति के तहत तारीख में तब्दीली कर दी है।
सूत्रों की मानें तो चुनावी साल में दिल्ली के कांग्रेसी नेताओं को जाहिर तौर पर वह स्थिति किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है कि नेहरू के जन्मदिन के आयोजन जैसे मामले में भाजपा उनसे आगे दिखे। लिहाजा पार्टी के कई बड़े नेताओं की बैठक में यह तय किया गया कि कांग्रेस अपना कार्यक्रम एक दिन पहले ही आयोजित कर जोरदार मिसाल पेश कर देगी।
राजधानी के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किए जा रहे इस जलसे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित तमाम बड़े नेताओं के पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा 14 की सुबह भी शांतिवन में पंडित नेहरू की समाधि पर बड़ा आयोजन किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार इस मामले में बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेताओ की बैठक हुई। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के अलावा सज्जन कुमार, प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा, पार्टी के पूर्व विधायक हसन अहमद, भीष्म शर्मा, मोहम्मद आसिफ, जयकिशन सहित अन्य नेता शामिल हुए। इसमें बसों की कमी पर चर्चा हुई। कई नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम के मद्देनजर 14 नवंबर को शहर की लगभग तमाम निजी बसें बुक हो चुकी हैं। ये बसें दिन भर के लिए बुक हैं। चूंकि उस दिन सरकारी कार्यालय, स्कूल आदि खुले रहेंगे तो बसों की और भी किल्लत होगी। इसीलिए यह तय किया गया कि कार्यक्रम का आयोजन एक दिन पहले ही कर दिया जाए।