कांग्रेस ने माना लगता था 'जयंती टैक्स'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जयंती नटराजन के आरोपों से बौखलाई कांग्रेस ने 'जयंती टैक्स' को हकीकत बताया है। राहुल का बचाव करने उतरे पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि उनको हटाए जाने के पीछे का कारण यही था। सिंघवी ने कहा कि 'पूरी दुनिया में नटराजन ही होंगी,
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जयंती नटराजन के आरोपों से बौखलाई कांग्रेस ने 'जयंती टैक्स' को हकीकत बताया है। राहुल का बचाव करने उतरे पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि उनको हटाए जाने के पीछे का कारण यही था। सिंघवी ने कहा कि 'पूरी दुनिया में नटराजन ही होंगी, जो अपने हटाए जाने का कारण नहीं जानतीं।'
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सिंघवी ने कहा, 'अगर वह भूल गई हैं तो मैं याद दिलाता हूं कि उनके जो वर्तमान कंट्रोलर और मास्टर्स हैं, जिनके आधार पर उन्होंने यह प्रेस कांफ्रेंस की और चिट्ठी लिखी। उन्होंने ही एक साल पहले इस बात का कारण बता दिया था।' उन्होंने इसे 'जयंती टैक्स' कहा था। गौरतलब है कि लोकसभा चुनावा में प्रचार करते हुए भाजपा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पर्यावरण मंत्रालय में बिना 'जयंती टैक्स' दिए फाइल नही चलती है।
मनमाने रवैये को लेकर पहले भी लगे हैं राहुल पर आरोप
जयंती के आरोपों के पीछे छिपा है उनका गुप्त मकसद: कांग्रेस
हालांकि, जयंती नटराजन ने इस मामले में सरकार से जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि 'मैंने कुछ गलत नहीं किया। अगर कोई मेरी गलती साबित कर दे तो मैं फांसी चढ़ने-जेल जाने को तैयार हूं।' उन्होंने कहा कि मोदी ने 'जयंती टैक्स' की बात कही थी, अब वह सत्ता में हैं तो इसकी जांच हो जाए। जयंती के राहुल गांधी को लेकर दिए बयान के विरोध में मोदी को सही ठहराने के बाद चकराई कांग्रेस ने कहा कि सरकार ने इस पर तेजी से फैसला लिया। इन सवालों पर कि यह मालूम होते हुए कि पर्यावरण मंत्रालय में ऐसा कुछ चल रहा है, सरकार ने चुप्पी क्यों साधे रखी? सिंघवी ने कहा कि उन पर निश्चित रूप से गंभीर आरोप थे। उनका हटाने का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक राय से लिया था। लेकिन महज आरोपों के तहत उन पर कोई कानूनी प्रक्रिया चलाने की पहल नही की जा सकी।
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स्नूपगेट को लेकर कांग्रेस पर वार
सरकार पर कांग्रेस उपाध्यक्ष के दबाव का खुलासा करते हुए जयंती नटराजन ने पार्टी पर स्नूपगेट को लेकर जबरन बयान देने का दबाव बनाने की बात कही। जयंती ने कहा कि एक मंत्री के रूप में वह चाहती थीं कि एक महिला को लेकर आरोप लगाने की बजाय पार्टी को इस मुद्दे पर सार्थक बहस करनी चाहिए। लेकिन पार्टी संचार प्रमुख अजय माकन ने उन्हें कहा कि ऐसा आलाकमान चाहता है, इस मुद्दे पर बोलने के लिए कहा गया।
जयंती के इन आरोपों पर सिंघवी ने कहा कि इस बारे में पार्टी की राय स्पष्ट है। स्नूपगेट मामले में नटराजन सहित कांग्रेस की चार महिला नेताओं ने एक साथ बैठकर प्रेस कांफ्रेंस की थी। यह सिर्फ जयंती नटराजन को नहीं कहा गया था। प्रवक्ता का यही काम है, इस पर उन्हें क्या आपत्ति थी? अगर उन्हें आपत्ति ही थी तो उन्हें मंत्री और प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था।
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