Move to Jagran APP

कांग्रेस ने लोकतंत्र से अपना विश्‍वास खोया: गडकरी

केंद्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्‍ठ नेता नितिन गडकरी ने संसद को न चलने देने को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस सदन को सुचारु रूप से चलने देना नहीं चाहती हैं। गडकरी ने कहा कि व्‍यापम का मामला न्‍यायालय में विचाराधीन है, ऐसे में संसद

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2015 11:52 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2015 12:25 PM (IST)
कांग्रेस ने लोकतंत्र से अपना विश्‍वास खोया: गडकरी

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने संसद को न चलने देने को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदन को सुचारु रूप से चलने देना नहीं चाहती हैं। गडकरी ने कहा कि व्यापम का मामला न्यायालय में विचाराधीन है, ऐसे में संसद में इस पर चर्चा नहीं हो सकती।

loksabha election banner

गडकरी ने आज मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी द्वारा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर की गई टिप्पणी को अपरिपक्व और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी या उपाध्यक्ष राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। मालूम हो कि राहुल ने ललित मोदी की कथित मदद पर सुषमा द्वारा किया गया आपराधिक कृत्य करार दिया था।

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि 'पहले इस्तीफा, फिर चर्चा' की मांग सही नहीं है। कांग्रेस ने लोकतंत्र से अपना विश्वास खो दिया है। मैं अपील करता हूं कि वह सदन को चलने दे। एनडीए के संसद में अवरोध उत्पन्न किए जाने पर उन्होंने कहा कि हमने कोयला घोटाला, स्पेक्ट्रम घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाले पर सदन की कार्यवाही को रोका था। उस समय हमारी जेपीसी की मांग थी, लेकिन तत्कालनी यूपीए सरकार इसके लिए तैयार नहीं थी। हम चर्चा चाहते थे, तो वो इससे पीछे हट रही थी। लेकिन आज मामला उलटा है।

गडकरी ने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर सभी विपक्ष पार्टियां सदन की कार्यवाही चलने देना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बहुमत का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे देश का विकास अवरुद्ध हो रहा है।

पढ़ें : सदन में गतिरोध खत्म करने को पीएम आज दे सकते हैं बयान

पढ़ें : भाजपा भूली 'पहले इस्तीफा बाद में चर्चा' की अपनी पॉलिसी: सोनिया


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.