Move to Jagran APP

बंगाल में पुलिस और भाजपाइयों में संघर्ष, 200 घायल, 150 गिरफ्तार

भाजपा के लालबाजार अभियान के दौरान पुलिस व भाजपा के नेता-कार्यकर्ता-समर्थकों में जमकर संघर्ष हुआ।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Thu, 25 May 2017 10:07 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 10:07 PM (IST)
बंगाल में पुलिस और भाजपाइयों में संघर्ष, 200 घायल, 150 गिरफ्तार
बंगाल में पुलिस और भाजपाइयों में संघर्ष, 200 घायल, 150 गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, कोलकाता। राज्य सचिवालय नवान्न के बाद अब लालबाजार पुलिस मुख्यालय! अलग दिन, लेकिन एक सा नजारा। महज तीन दिनों के अंतराल में दक्षिण हावड़ा के बाद मध्य कोलकाता विरोधी दल के उग्र आंदोलन से अशांत हो उठा। गुरुवार को भाजपा के लालबाजार अभियान के दौरान पुलिस व भाजपा के नेता-कार्यकर्ता-समर्थकों में जमकर संघर्ष हुआ। लालबाजार पुलिस मुख्यालय के इर्द-गिर्द स्थित कई इलाके रणक्षेत्र में तब्दील हो गए।

loksabha election banner

आंदोलनकारियों के पथराव के बीच पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए, वाटर कैनन का भी जमकर इस्तेमाल हुआ। आंदोलनकारियों ने पुलिस जीप समेत कई वाहनों को जला डाला। इसी दौरान ब्रेबोर्न रोड में बम धमाके में महिला समेत चार लोग जख्मी हो गए। इस हिंसक वारदात में करीब 200 लोग जख्मी हो गए, जिनमें 21 पुलिसकर्मी भी शामिल थे। 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार होने वालों में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, सांसद रूपा गांगुली समेत कई शीर्ष नेता शामिल थे, हालांकि बाद में सभी को रिहा कर दिया गया। संघर्ष के दौरान भाजपा नेत्री लॉकेट चटर्जी अस्वस्थ हो गईं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। भाजपा ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को राज्यभर में प्रदर्शन व चक्का जाम करने का एलान किया है। भाजपा नेताओं ने राजभवन जाकर राज्यपाल से भी शिकायत की है। भाजपा ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण जुलूस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

फिर धरी रह गईं तैयारियां : वामो के नवान्न अभियान से सबक लेते हुए भाजपा के इस आंदोलन से निपटने को पुलिस की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस बार 1,500 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। यहां तक कि लालबाजार के आसपास की सड़कों से ईंट-पत्थर तक हटा दिए गए थे। तमाम रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई थी। यह पहला मौका था, जब किसी राजनीतिक दल के अभियान पर ड्रोन से नजर रखी गई। इतनी पुख्ता तैयारियों के बावजूद पुलिस उग्र आंदोलनकारियों को काबू नहीं कर पाई।

यह भी पढ़ेंः गुजरात: 1.11 करोड़ के नकली नोट जब्‍त, दो गिरफ्तार

यह भी पढ़ेंः दुनिया के भीड़भाड़ वाले शहरों में मुंबई और कोटा भी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.