शीत लहर से कांपा, कोहरे से ढका उत्तर प्रदेश, 15 लोगों की मौत
देर शाम से ही छायी कोहरे की चादर सुबह तक घनी होती चली गयी। शीत ने भी कहर बरपाया। सड़क और रेल यातायात भी कोहरे ने थाम दिया। ठंड से चिकित्सकसमेत 15 लोगों की मौत हो गई।
लखनऊ (जेएनएन)। गुरुवार को भी कोहरे और शीत ने सूबे को जकड़े रखा। देर शाम से ही छायी कोहरे की चादर सुबह तक घनी होती चली गयी। शीत ने भी कहर बरपाया। सड़क और रेल यातायात भी कोहरे ने थाम दिया। ठंड से चिकित्सकसमेत 15 लोगों की मौत हो गई। हाथरस जंक्शन पर सिग्नल न दिखने से महानंदा व विक्रमशिला एक्सप्रेस टकराने से बाल बाल बचीं। सुबह देर तक राजधानी और आसपास के जिलों में कोहरे से यातायात प्रभावित रहा। ठंड भी कहर बरपाने लगी है। अमेठी में ठंड से एक महिला की मौत हो गई है। मालूम हो कि यहां ठंड से यह दूसरी मौत है। गोंडा, रायबरेली, श्रावस्ती व बलरामपुर में घना कोहरा छाया रहा। बाराबंकी में थोड़ी देर के लिए धूप दिखाई पड़ी। फिर धुंध छा गई। सीतापुर और फैजाबाद और सुलतानपुर में हल्के कोहरे व धुंध से दिन की शुरुआत हुई। दोपहर होते-होते धूप निकल आई। मध्य यूपी के लगभग सभी जिलों में कोहरे व शीतलहर से जन-जीवन बेहाल रहा। बुंदेलखंड के बांदा, होबा, चत्रकूट, हमीरपुर तथा उरई में सुबह 11 बजे तक कोहरे का प्रकोप रहा। लोग अलाव ताप रहे। प्रशासन ने सुबह दस बजे से पहले कोई स्कूल नहीं खोलने के निर्देश दिये हैं।
कानपुर में कड़ाके की ठंड हृदय रोगियों के लिए अब जानलेवा साबित हो रही है। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलाजी) में हार्ट अटैक के गंभीर मरीजों का तांता लगा है। तिलक नगर निवासी डॉ. रामजी मेहरोत्रा बुधवार सुबह कार से निकले थे। आर्यनगर के पास सीने में तकलीफ होने पर अपने भाई के घर चले गए। उनके भाई उन्हें लेकर कार्डियोलाजी पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच में मैसिव हार्ट अटैक पडऩे की बात कही। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी एंजियोग्राफी आदि हो रही थी। इस दौरान दो बजे उन्होंने दम तोड़ दिया वहीं फतेहपुर में हार्ट अटैक पडऩे पर मरीज को परिजन कार्डियोलाजी लाए थे। जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। औरैया से आए मरीज ने इमरजेंसी पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।
कानपुर देहात में मिल्किनपुरवा निवासी प्रदीप सचान (48) मंगलवार रात खेत में पानी लगाने गए थे। जहां ठंड लगने से उनकी हालत बिगड़ गई। बुधवार तड़के वह गश खाकर गिर पड़े। परिजन उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जा रहे थे, रास्ते में उनकी मौत हो गई। जिला अस्पताल में पहुंचने पर परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया गया। मंगलपुर के बिछियापुर निवासी गोङ्क्षवद (50) की खेत में पानी लगाते समय हालत खराब हो गई। बुधवार को घर पहुंचने के बाद वह बेहोश हो गए। भाई घनश्याम व हरीओम उन्हें झींझक सीएचसी ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। कानपुर देहात के ही सिकंदरा के जवाहर नगर मोहल्ला निवासी अमर ङ्क्षसह निषाद के पुत्र सोनू 19 को सर्दी लग गई। बुधवार देर शाम हालत बिगडऩे पर परिजन उसे इलाज के लिए सीएचसी ले गए। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
सर्दी से बुधवार को बांदा में दो लोगों की मौत हो गई। बिसंडा के पंचवटी निवासी रामौतार की पत्नी सुधिया (40) को सर्दी लगने पर परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था लेकिन इलाज दौरान मौत हो गई। मर्का के अरमार गांव निवासी रामेश्वर कुशवाहा (55) की ठंड लगने से मौत हो गई। नरैनी के भवई गांव निवासी संतू (50) को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।सर्द हवाओं की वजह से इलाहाबाद में भी जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। कोहरे से ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही। कुछ रद भी कर दी गईं। दिल्ली से आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट निरस्त रही। कौशांबी में ठंड से किसान की मौत हो गई। आठवीं तक की कक्षाओं में 10 दिसंबर तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। प्रतापगढ़ में भी उत्तरी हवाओं के चलते दिन का तापमान गिर गया।
वाराणसी में मौसम ने अपना तेवर दिखाना तेज कर दिया है। सूर्य नहीं दिखा। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले तीन-चार दिनों में हल्की बारिश हो सकती है। ठंड से जौनपुर, मऊ, बलिया और वाराणसी में एक-एक आदमी की मौत हो गई। वहीं बाबतपुर एयरपोर्ट आने व जाने वाली आठ उड़ानें रद कर दी गईं और तीन रेलगाडिय़ां निरस्त हो गई हैं। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक ट्रेनें विलंबित हैं।आगरा मंडल और अलीगढ़ मंडल के एटा और कासगंज जिलों में दिन भर सूरज के दर्शन नहीं हुए। आगरा में शीत लहर और कोहरे की चादर छाई रही। मथुरा, फीरोजाबाद, एटा और मैनपुरी में भी दिन भर कोहरा रह। एक दर्जन टे्रनें तीन से आठ घंटे तक विलंब से चल रही हैं।
मुरादाबाद में रात से पसरी कोहरे की चादर सुबह 12 बजे तक रही। तीन दर्जन से अधिक ट्रेनें तीन से पंद्रह घंटे तक लेट चल रही हैं। सम्भल में यही स्थिति रही। रामपुर, अमरोहा में दोपहर से धूप ने राहत दी।
कोहरे के कारण अलीगढ़ में दिनभर सूरज नहीं दिखा। हाड़ कंपाने वाली ठंड रही। उत्तर मध्य रेलवे के हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर कोहरे में सिग्नल न दिखने के कारण महानंदा व विक्रमशिला एक्सप्रेस टकराने से बच गई। सहारनपुर व मेरठ मंडल में भी सर्दी और कोहरे का सितम बरकरार रहा। मुजफ्फरनगर में में ठंड से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बरेली में दोपहर तक रही ठिठुरन, इसकेबाद धूप से राहत मिली। दोपहर तक कोहरे का प्रकोप बना रहा।
कोहरे में चार गाडिय़ां भिड़ी, दो की मौत
मंगलवार रात 12 बजे बरेली के बिल्वा बाईपास ओवरब्रिज पर घने कोहरे के चलते चार वाहन एकाएक भिड़ गए। धनगढ़ी नेपाल से दिल्ली जा रही बस और ट्रक में भिड़ंत हो गई। हादसे में करीब आठ सवारियों को चोट पहुंची। हादसे के बाद बस का यात्री जीवन प्रकाश पुत्र ज्ञानू राम निवासी गांव लठैय्या थाना पहलवानपुर जिला कैलाली नेपाल और पीछे से आ रहे केंटर चालक रवि कुमार पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी अकबरपुर झाला मैनपुरी एटा मदद के लिए नीचे उतरे। इसी बीच कोहरे में पीछे से आ रही एक पिक अप और प्राइवेट बस भी बस में भिड़ गई। जबरदस्त भिड़त में बस अपनी जगह से अचानक कई फीट आगे बढ़ गई और रवि और जीवन प्रकाश बस के नीचे आ गए। दोनों की मौके पर मौत हो गई। शव को बाहर निकालने के लिए क्रेन मंगवाई गई। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।