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उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में, 66 की मौत

पूरे उत्तर भारत को कड़ाके सर्दी ने अपने चपेट में ले लिया है। घने कोहरे के कारण रविवार की रात से सोमवार सुबह तक वाहनों का परिचालन तथा उड़ानें प्रभावित रहीं वहीं अनेक राज्यों से शीतलहर के कारण लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं। उत्तर प्रदेश में शीतलहर

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Tue, 23 Dec 2014 01:36 AM (IST)Updated: Tue, 23 Dec 2014 02:14 AM (IST)
उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में, 66 की मौत

नई दिल्ली, जेएनएन। पूरे उत्तर भारत को कड़ाके सर्दी ने अपने चपेट में ले लिया है। घने कोहरे के कारण रविवार की रात से सोमवार सुबह तक वाहनों का परिचालन तथा उड़ानें प्रभावित रहीं वहीं अनेक राज्यों से शीतलहर के कारण लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं।

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उत्तर प्रदेश में शीतलहर के कारण 56 लोगों की मौत हो गई। वहीं झारखंड में पांच लोगों की जान गई। घने कोहरे के चलते उत्तर प्रदेश में हुए सड़क हादसों में चार की मौत हो गई। ठंड से पंजाब में एक ने जान गंवा दी।

पंजाब में सोमवार को पांचवें दिन भी धुंध से राहत नहीं मिली। सूर्यदेव बादलों की ओट में छिपे रहे। अमृतसर में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री दर्ज किया गया। बठिंडा में ठंड से एक भिखारी की मौत हो गई।

उत्तराखंड की चोटियों पर पिघल रही बर्फ और वहां से ठंडक लेकर लौट रही हवाएं प्रदेशभर के लोगों के लिए परेशानियों का सबब बनी हुई हैं। ठंड से सोमवार को हरिद्वार के बहादराबाद में दो और उधमसिंहनगर में एक व्यक्ति की मौत हो गई।

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को पारे की गिरावट ने विगत पांच साल का रिकार्ड तोड़ दिया। यहां न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। बीती रात तथा सोमवार की सुबह राजधानी घने कोहरे की चादर ओढ़े हुए निकली। यह इस मौसम का पहला दिन रहा जब इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें प्रभावित हुई हैं। घने कोहरे के कारण राजधानी के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर सोमवार की सुबह विमानों का परिचालन करीब छह घंटे तक प्रभावित हुआ। सोमवार की सुबह दृश्यता करीब 50 मीटर तक रह जाने के कारण 173 उड़ाने प्रभावित हुईं। घने कोहरे के कारण करीब 70 रेल गाडिय़ां अपने निर्धारित समय से घंटों विलंब से चलीं। इनमें भुवनेश्वर से दिल्ली के लिए चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस भी शामिल रही।

हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी हवाएं सक्रिय होने से सोमवार को प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। इससे समूचा प्रदेश शीत लहर की चपेट में आ गया। प्रदेश में गर्म जिला माने जाने वाले ऊना का तापमान शिमला से कम रहा। जनजातीय क्षेत्र किन्नौर में सोमवार सुबह को चोटियों, रक्छम, छितकुल, सांगला, कंडा, चाका हाइट व किन्नर कैलाश में ताजा हिमपात हुआ। वहीं जलस्रोत जमने से लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा। कुल्लू जिले में सप्ताहभर पहले हुई बर्फबारी के कारण रोहतांग दर्रा व लाहुल-स्पीति का संपर्क पहले ही कटा हुआ है।

राजस्थान के कई शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है। जयपुर में घने कोहरे के कारण जयपुर एयरपोर्ट सवेरे 11 बजे तक बंद रखा गया। बांग्लादेश के राष्टï्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद का कोलकाता का कार्यक्रम भी लेट हुआ। सीकर के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।

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