तटरक्षक बल को मिला शौर्य का पराक्रम
अत्याधुनिक सेंसरों से सुसज्जित पोत समुद्री सीमा की सुरक्षा चौकस करने के साथ-साथ समुद्र सीमा में तेल बिखराव को नियंत्रित करने में सक्षम है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक बल को अत्याधुनिक 'शौर्य' पोत की बड़ी ताकत मिल गई है। हल्के हेलीकाप्टर, पांच हाई स्पीड बोट से लेकर और 300 मिमी की सीआरएन 91 नेवल गन से सुसज्जित इस पोत के जरिए तटरक्षक बल की समुद्री चौकसी की ताकत में इजाफा होना तय है। तटरक्षक बल की ताकत में हुए इस इजाफे में सबसे खास बात यह है कि शौर्य पूरी तरह स्वदेश में निर्मित पोत है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बीते दिनों गोवा में शौर्य की तटरक्षक बल में कमीशनिंग की। 105 मीटर के छह गश्ती पोतों की श्रृंखला में पांचवे भारतीय तटरक्षक पोत शौर्य की कमीशनिंग के मौके पर तटरक्षक बल के महानिदेशक राजेंद्र सिंह भी मौजूद थे। पूर्ण रूप से स्वदेशी डिजाइन के इस पोत को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने निर्मित किया गया है।
पूरी तरह से अत्याधुनिक सेंसरों से सुसज्जित इस पोत के जरिए समुद्री सीमा की सुरक्षा चौकस करने के साथ-साथ समुद्र सीमा में तेल बिखराव को नियंत्रित करने में सक्षम है। शौर्य पोत को चेन्नई पोर्ट की समुद्री सीमा पर तैनात किया जाएगा। 9100 किलोवाट डीजल इंजन की डबल इंजन क्षमता वाला शौर्य 2350 टन का भार खींच सकता है। वैसे भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में इस समय 129 पोत और नौकाएं हैं।
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