'अम्मा' की मौत की होगी जांच, सीएम पलानीसामी ने दिए आदेश
5 दिसंबर को चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में जयललिता की मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही पार्टी के सदस्यों के एक गुट ने उनकी मृत्यु के आसपास परिस्थितियों पर सवाल उठाया था।
चेन्नई, एएनआई। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की मौत की जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री ई पलानीसामी ने इसके लिए जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ई पलानीसामी ने कहा कि रिटायर्ड जज जयललिता( अम्मा) की मौत की जांच करेंगे।
इसके अलावा सीएम पलानीसामी ने बताया कि तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के चेन्नई स्थित आवास पोएस गार्डेन को मेमोरियल बनाया जाएगा। सचिवालय में जल्दबाजी में बुलाए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में पलानीसामी ने एलान किया कि रिटायर्ड जज के नाम को जल्द ही तय कर लिया जाएगा।
जांच आयोग के कार्यकाल से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 'समयबद्ध तरीके से कार्रवाई' की जाएगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया गया है बल्कि सरकार ने काफी विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया है।
पलानीसामी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने प्रभावशाली काम-काज से राज्य को गौरव प्रदान किया। जांच आयोग की जरूरत के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि अम्मा बीमारी की वजह से अस्पताल में थीं। 5 दिसंबर को उनपर इलाज का कोई असर नहीं दिखा और उनका निधन हो गया। मीडिया में उनकी मौत को लेकर तमाम संगठनों और तबकों की ओर कई तरह की रिपोर्ट्स आई हैं।
उन्होंने कहा कि तमाम संगठनों की तरफ से जयललिता के आवास को स्मारक में बदलने की मांग की जा रही थी। पलानीसामी ने कहा कि अम्मा के प्रति सम्मान जताने के लिए उनके घर को स्मारक में बदला जाएगा।
गौरतलब है कि 5 दिसंबर को चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में जयललिता की मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही पार्टी के सदस्यों के एक गुट ने उनकी मृत्यु की परिस्थितियों पर सवाल उठाया था।
आपको बता दें कि जयललिता की मौत के बाद सबसे पहले पन्नीरसेल्वम के करीबी पांड्यन बंधुओं ने ही अम्मा की हत्या का आरोप शशिकला और उनके परिवार वालों पर लगाया था। मालूम हो कि जयललिता की मौत के बाद ही एआईएडीएमके में कई दिनों तक सियासी बवाल चलता रहा।
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