एक बटन दबाइए संकट से छुटकारा पाइए
महिला सुरक्षा को लेकर आए दिन सरकारी, गैर सरकारी व निजी प्रयासों से मोबाइल एप जारी किए जा रहे हैं, लेकिन ऐसा कोई प्रयास पहली बार देखने को मिला है
नई दिल्ली । महिला सुरक्षा को लेकर आए दिन सरकारी, गैर सरकारी व निजी प्रयासों से मोबाइल एप जारी किए जा रहे हैं, लेकिन ऐसा कोई प्रयास पहली बार देखने को मिला है जिसके अंतर्गत आपको संकट के समय में मोबाइल फोन के इस्तेमाल की जरूरत तक नहीं रहेगी। बस, घड़ी व गले में पहनी ज्वैलरी में लगा एक बटन भर दबाना होगा और आपके संकट में होने की सूचना एक साथ कई नंबरों तक पहुंच जाएगी।
महिला सुरक्षा के लिहाज से अहम इस एप का नाम 'व्हिसिल' है और अपने नाम के अनुरूप ये न सिर्फ आपकी लोकेशन नजदीक स्थित पुलिस स्टेशन, अस्पताल व आपके करीबियों तक पहुंचाता है बल्कि इस बटन को दबाने पर एक ध्वनि भी जोर से निकलती है, जिसके परिणामस्वरूप संभव है कि आप की ओर बढ़ रहा खतरा टल जाए।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी (आइआइआइटी) ग्वालियर में इंजीनियरिंग के छात्र कुमार अशेषानंद ने बताया कि करीब एक साल की मेहनत के बाद तैयार इस मोबाइल एप्लिकेशन के अंतर्गत किसी भी उपयोगकर्ता को दो चीजों की जरूरत होगी। पहला मोबाइल में व्हिसिल एप डॉउनलोड करना होगा और दूसरा व्हिसिल बटन के लिए उपलब्ध कराया जाने वाला डिवाइस लेना होगा। मोबाइल एप जहां एकदम मुफ्त रखा गया है वहीं डिवाइस पर एक मुश्त राशि खर्च करनी होगी। शुरुआती दौर में इसकी कीमत करीब 1600 रुपये आई है लेकिन जब इसे व्यावसायिक इस्तेमाल के लिहाज से तैयार किया जाएगा तो दाम काफी कम हो जाएगा।
इंजीनियरिंग व डिजाइनिंग के क्षेत्र में देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे आठ लोगों ने इस प्रयास को अंजाम दिया है। इनमें हांगकांग यूनिवर्सिटी साइंस एंड टेक्नोलॉजी के छात्र सिद्घार्थ मदान, आइआइआइटी ग्वालियर में इंजीनियरिंग के छात्र कुमार अशेषानंद, आइआइटी मद्रास के छात्र सनत दत्ता व आइआइआइटी इलाहाबाद में बीटेक के छात्र नितिश जैन के नाम प्रमुख हैं। जहां तक अन्य सदस्यों की बात है तो ये मेंटर की भमिका में है। इनमें आइआइटी मद्रास से संबंधित सैयद सूफियान, एनआइएफटी, दिल्ली के पूर्व छात्र मोहित अरोड़ा, एनआइटी दुर्गापुर से जुड़े रहे राहिल मिर्जा व निलांग पारिख का नाम शामिल है।
व्हिसिल में ये है खास
-ये एप ऑफलाइन भी चलता है।
-एप को आप बिना किसी शुल्क के डाउनलोड कर सकते हैं।
-एप के जरिये चाहें तो नजदीक स्थित पुलिस स्टेशन व अस्पताल के नंबरों पर फोन भी कर सकते हैं।
-इस एप के अंतर्गत आपको पैनिक अलॉर्म की सुविधा भी मिलती है जोकि बटन दबाने पर सक्रिय हो जाएगा।
-डिवाइस की बैटरी छह माह तक चलेगी और इस दौरान इसे चार्ज करने की भी जरूरत नहीं रहेगी।
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