मीट मार्केट की ओर जाने वाले मार्ग फैला कचरा
कचरे की समस्या कम होने की बजाए बढ़ती ही जा रही है। इसके बावजूद लोग आने जाने वाले मार्गों पर कचरा फैलाना बंद नहीं कर रहे हैं, जिससे मार्ग का वातावरण प्रदूषित होने के साथ लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, ऊधमपुर। कचरे की समस्या कम होने की बजाए बढ़ती ही जा रही है। इसके बावजूद लोग आने जाने वाले मार्गों पर कचरा फैलाना बंद नहीं कर रहे हैं, जिससे मार्ग का वातावरण प्रदूषित होने के साथ लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि कई बार समाजसेवी संस्थाओं की ओर से लोगों को स्वच्छता बनाए रखने को लेकर जागरूक भी किया गया, लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग कचरा फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
शहर के चनैनी मेटाडोर स्टैंड से मीट मार्केट की ओर जाने वाले मार्ग किनारे फैले कचरे से यही लगता है कि मार्ग पर सफाई व्यवस्था सुचारु नहीं है, जिस कारण मार्ग किनारे जगह-जगह कचरा फैला रहता है। लोग अपने घरों की साफ सफाई करने के बाद कचरे को डंपर में फेंकने की बजाए मार्ग किनारे फेंक कर चले जाते हैं। यही कारण है कि साफ सफाई न होने से कचरे के ढेर बढ़ते जा रहे हैं। मार्ग पर फैले कचरे के कारण आसपास रहने वाले लोगों और दुकानदारों को कचरे से उठने वाली बदबू के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है फिर भी लोगों ने मार्ग पर कचरा फेंकना आदत बना ली है। आलम यह है कि पूरे मार्ग किनारे जगह-जगह कचरा फैला रहता है। हालांकि नगर परिषद के सफाई कर्मी मार्ग की सफाई व्यवस्था को सुचारु रखने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन उनके साफ सफाई करने के बाद फिर से लोग कचरा फेंकना शुरू कर देते हैं। रोज इस मार्ग से बड़ी संख्या में लोग व स्कूलों की ओर जाने वाले विद्यार्थी गुजरते हैं। मार्ग पर फैले कचरे के कारण उन्हें कचरे के ढेर से होकर जाना पड़ता है। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए समाजसेवी संस्थाओं की ओर से जागरूकता अभियान भी चलाए गए हैं, लेकिन फिर भी लोग स्वच्छता बनाए रखने के प्रति गंभीर नहीं हैं।
गली के प्रवेश द्वार पर फेंक रहे कचरा
ऊधमपुर। सलाथिया चौक से वार्ड नंबर छह की ओर जाने वाली गली के प्रवेश द्वार पर फैला कचरा यही दर्शाता है कि लोग अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने के लिए गंभीर नहीं हैं। मुहल्ले में रहने वाले लोग अपने घरों की साफ सफाई करने के बाद कचरा फेंकने के लिए उपयुक्त स्थान न मिलने पर सारा कचरा गली के प्रवेश द्वार पर फेंक कर चले जाते हैं। हालांकि रोज लोग इसी गली से गुजरकर अपने घरों व अन्य स्थानों की ओर जाते हैं, जिस कारण प्रवेश द्वार पर फैले कचरे के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस बात की बिना परवाह किए लोग कचरा फेंकने से परहेज नहीं कर रहे हैं। गली के प्रवेश द्वार पर फेंके गए कचरे के कारण गली से गुजरने वाले लावारिस पशु खाने की तलाश में कचरे को पूरी गली में फैलाकर चले जाते हैैं। मार्ग से कचरा न उठाए जाने के कारण बदबू के कारण लोगों को गली से गुजरना मुहाल हो गया है। बावजूद इसके कचरा फेंकना बदस्तूर जारी है।