स्वच्छता अभियान में मैसूर को मिला पहला स्थान, दिल्ली चौथे नंबर पर
प्रधानमंत्री के अति महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन में उम्दा प्रदर्शन करने वाले शहरों में मैसूर ने बाजी मार ली है। सफाई में देश के उम्दा शहरों में मैसूर को पहला स्थान मिला है। नायडू ने आज स्वच्छ भारत मिशन में उम्दा प्रदर्शन करने वाले शहरों की सूची जारी की।
नई दिल्ली(जागरण ब्यूरो)। प्रधानमंत्री के अति महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन में उम्दा प्रदर्शन करने वाले शहरों में मैसूर ने बाजी मार ली है। सफाई में देश के उम्दा शहरों में मैसूर को पहला स्थान मिला है। शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने आज स्वच्छ भारत मिशन में उम्दा प्रदर्शन करने वाले शहरों की सूची जारी की है।
इससे पहले देश के ऐसे 10 लाख की आबादी वाले 73 महानगरों के बीच स्वच्छता को लेकर कराई गई प्रतिस्पर्धा में बाजी मारने वाले शहरों की सूची तैयार की गई थी। इसके प्रदर्शन के आधार पर शहरों को केंद्रीय योजनाओं में प्राथमिकता दी जाएगी।
सुरक्षा सर्वेक्षण के बाद शहरों की सूची
1. मैसूर
2.चंडीगढ़
3.तिरुचिरापल्ली
4.नई दिल्ली, एनसीआर
5.विशाखापत्तनम
6. सूरत
7. राजकोट
8. गंगटोक
9. पिंपरी-चिंचवाड़
10. ग्रेटर मुंबई
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वर्ष 2014 में इस तरह की पहली प्रतिस्पर्धा की शुरुआत देश के एक लाख की आबादी वाले 476 शहरों के बीच कराई गई थी। कराये गये सर्वेक्षण की रिपोर्ट में शहरों को रैंकिंग दी गई थी, जिसमें मध्य प्रदेश का दमोह शहर सबसे निचले 476वें पायदान पर आया था। तब इस तरह के सर्वेक्षण की रिपोर्ट पर कई सवाल उठाये गये थे कि दमोह की तुलना भला ग्रेटर मुंबई और चेन्नई से कैसे की जा सकती है? इसके बाद इसके लिए 10 लाख की आबादी वाले शहरों को चुना गया।इसी के मद्देनजर स्वच्छ सर्वेक्षण-21016 में 73 शहरों का समूह तैयार कराया गया, जिसमें 22 राज्यों की राजधानी वाले शहर शामिल किये गये हैं। शहरी विकास मंत्री नायडू सोमवार को उम्दा प्रदर्शन करने वाले 15 शहरों की एक अलग सूची जारी करने वाले हैं, जो विभिन्न वर्गो में अच्छा कार्य किया है। नतीजा सभी 73 शहरों का घोषित किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन में शहर को साफ सुथरा रखने के लिए निर्धारित मानकों पर खरा उतरना भी अहम होगा।
ठोस व तरल कूड़ा कचरा प्रबंधन, सीवर शोधन, बरसाती पानी की निकासी और अन्य कई मानकों के आधार पर सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार की गई है। जिन शहरों की शीर्ष रैंकिंग होगी, उनके लिए अतिरिक्त बजट के साथ अन्य सभी केंद्रीय योजनाओं का लाभ दिया जा सकता है। इस सर्वेक्षण में शहरी स्थानीय निकायों के कामकाज का भी ब्यौरा जांचा जाएगा। स्वच्छता की पिछली सर्वेक्षण रिपोर्ट की रैंकिंग में भारी फेरबदल की भी संभावना जताई गई है।
स्वच्छ सर्वेक्षण: रैंकिंग में उलट फेर
उलट फेर कर रैंकिंग सुधार करने वाले शहर :
1-इलाहाबाद (67 से 22वां स्थान), 2-नागपुर (60 से 20वां), 3-विशाखापट्टनम (44 से पांचवां), 4-ग्वालियर (64 से 30वां), 5-भुवनेश्र्वर (56 से 24वां), 6-हैदराबाद (50 से 19वां), 7-गुड़गांव (65 से 36वां), 8-राजकोट (32 से सातवां), 9-विजयवाड़ा (46 से 23वां), 10-लखनऊ (51 से 28वां) स्थान।
(इन 10 शहरों में चार उत्तर भारत, तीन दक्षिण, दो पश्चिम, एक पूर्वी क्षेत्र से है।)
रैकिंग सूची में नीचे खिसकने वाले शहरों के नाम:
1-जमशेदपुर 13 से खिसक कर 66वें स्थान पर पहुंच गया। 2-कोच्चि 15 से 55 पर। 3- शिलांग (18 से 53), 4-चेन्नई (19 से 50वें), 5-गुवाहाटी (19 से 50), 6-आसनसोल (42 से 70), 7- बंगलुरू (11 से 38), 8-रांची (35 से 62), 9- कल्याण डोंबिवली (39 से 64), 10- नासिक (आठ से 31वें स्थान) पर खिसक गये हैं।
-धनबाद (52 से खिसक कर 73वें स्थान पर पहुंच गया।
-आसनसोल-42 से 72वें पायदान पर खिसक गया।
-पटना-58 से 70वां स्थान
-मेरठ-62 से 69वां
-गाजियाबाद-54 से 67वें
-वाराणसी-59 से 65वां स्थान
-रांची-35 से62वें स्थान पर खिसका
-देहरादून-68 से 61 स्थान पर पहुंचा (सुधार)
-फरीदाबाद-69 से 51 सुधार
-अमृतसर-66 से 49 सुधार
-श्रीनगर -55 से 48 सुधार
-आगरा- 27 से 47 खिसका
-कानपुर- 38 से 45वें स्थान पर खिसका
-गुड़गांव- 65 से 36वें स्थान पर
-लुधियाना-34 से 34 स्थान पर
-लखनऊ- 51 से 28वें स्थान पर
-शिमला-14 से 27वां स्थान
रैंकिंग सूची में दिल्ली के एनडीएमसी सात से चौथा स्थान, दक्षिण दिल्ली नगर निगम (47 से 39) और उत्तरी नगर निगम (47 से 43वां) का सुधार हुआ है, लेकिन पूर्वी दिल्ली 47वें स्थान से खिचक कर 52वें स्थान पर पहुंच गया है।