कश्मीर: अलगाववादियों का मार्च नाकाम, झड़प के दौरान 20 घायल
सुरक्षाबलों व अलगाववादियों के समर्थकों के बीच विभिन्न जगहों पर हुई हिंसक झड़पों में तीन पुलिसकर्मियों समेत 20 लोग घायल हो गए।
श्रीनगर, (राज्य ब्यूरो)। कश्मीर घाटी में शुक्रवार को अलगाववादियों का लगातार 84वें दिन बंद तो किसी तरह कामयाब रहा, लेकिन लालचौक मार्च पूरी तरह नाकाम रहा। इस दौरान सुरक्षाबलों व अलगाववादियों के समर्थकों के बीच विभिन्न जगहों पर हुई हिंसक झड़पों में तीन पुलिसकर्मियों समेत 20 लोग घायल हो गए।
बटमालू में हिंसक भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। अलबत्ता, पुलिस ने सिर्फ तीन ही जगह बांडीपोर, सोपोर व श्रीनगर में पथराव की घटनाओं की पुष्टि करते हुए वादी के विभिन्न हिस्सों से 49 शरारती तत्वों को हिरासत में लेने का दावा किया है।
अलगाववादी खेमे ने नमाज-ए-जुमा के बाद लालचौक मार्च का आह्वान किया था। प्रशासन ने स्थिति को भांपते हुए लालचौक की तरफ आने जाने के सभी रास्तों को सील कर दिया। दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान अन्य दिनों की भांति बंद रहे। सड़कों पर वाहनों की संख्या न के बराबर हो गई।
प्रशासनिक पाबंदियों और कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद अलगाववादियों के समर्थकों ने लालचौक मार्च का प्रयास किया। बटमालू में तड़के हालात तब बिगड़े जब कफ्र्यू का एलान कर रहे पुलिसकर्मियों पर स्थानीय युवकों ने आजादी समर्थक नारेबाजी करते हुए चारों तरफ से पथराव कर दिया। स्थिति को पूरी तरह बेकाबू होते देख पुलिसकर्मियों ने हवा में फायरिंग भी की। इस दौरान हुई हिंसक झड़पों में दो पुलिसकर्मियों समेत सात लोग जख्मी हुए।