उप्र और उत्तराखंड के रोडवेज स्टाफ में टकराव
सीमा विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बस कर्मचारियों में जबर्दस्त टकराव है। बुधवार को उत्तर प्रदेश की दर्जनों बसें उत्तराखंड में खड़ी करा ली गई और कई कर्मचारियों से वहां के कर्मियों ने मारपीट की। इसकी सूचना मिलने पर उत्तर प्रदेश के गुस्साए रोडवेज कर्मियों ने बरेली, मुरादाबाद, मेरठ और सहारनपुर मे
लखनऊ। सीमा विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बस कर्मचारियों में जबर्दस्त टकराव है। बुधवार को उत्तर प्रदेश की दर्जनों बसें उत्तराखंड में खड़ी करा ली गई और कई कर्मचारियों से वहां के कर्मियों ने मारपीट की।
इसकी सूचना मिलने पर उत्तर प्रदेश के गुस्साए रोडवेज कर्मियों ने बरेली, मुरादाबाद, मेरठ और सहारनपुर में उत्तराखंड की बसें रोक लीं। कई जगहों पर वहां के स्टॉफ से भी मारपीट की सूचनाएं हैं। इस विवाद के कारण दोनों प्रदेशों के हजारों यात्री बीच राह फंस गए। देर रात उत्तर प्रदेश परिवहन के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने आदेश जारी किया कि उत्तराखंड के यात्रियों को वहां की सीमा तक पहुंचा दिया जाए।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के परिवहन विभागों के बीच में काफी पहले से यह विवाद चला आ रहा है। बुधवार को इस मामले ने तब तूल पकड़ लिया, जब उत्तर प्रदेश की सात-आठ बसों को उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में रोक लिया गया और उनके चालकों और परिचालकों से मारपीट की गई। इसके कुछ देर बाद आधा दर्जन अन्य बसें भी उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर रोक ली गई। इसकी सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश के भी रोडवेज कर्मचारी भड़क गए।
उग्र कर्मचारियों ने बरेली, रामपुर, शाहजहांपुर, बदायूं, पीलीभीत, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, बुलंदशहर और बिजनौर समेत कई जिलों में उत्तराखंड की बसें रोक ली। यही नहीं उत्तराखंड जाने वाली यूपी की बसों को भी बस अड्डों पर खड़ी करा दी गई। इससे हजारों की तादाद में यात्री जहां-तहां फंस गए। बरेली से उत्तराखंड जा रहीं उत्तर प्रदेश परिवहन की कानपुर डिपो की दो, पीलीभीत की एक समेत आधा दर्जन बसों को रोक लिया गया।