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सुलह की कोशिशें तेज, चारों जजों से आज मिल सकते हैं सीजेआइ

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया भी समाधान के लिए सक्रिय रहा। बार एसोसिएशन ने मुख्य न्यायाधीश से फुल कोर्ट में विवाद पर विचार करने का अनुरोध किया है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Sat, 13 Jan 2018 11:45 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jan 2018 08:57 AM (IST)
सुलह की कोशिशें तेज, चारों जजों से आज मिल सकते हैं सीजेआइ
सुलह की कोशिशें तेज, चारों जजों से आज मिल सकते हैं सीजेआइ

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों द्वारा विद्रोह किए जाने से उत्पन्न संकट के समाधान की कोशिशें तेज हो गई हैं। संकट का समाधान निकालने के लिए शनिवार को कई स्तरों पर कोशिश जारी रही। इस सिलसिले में जस्टिस मिश्रा रविवार को बगावत करने वाले चारों जजों से मिल सकते हैं। इनमें से तीन जज इस समय नई दिल्ली से बाहर हैं। सूत्रों के अनुसार, रविवार दोपहर तक तीनों जज राजधानी पहुंच सकते हैं। हालांकि, औपचारिक रूप से इस बैठक की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन जस्टिस कुरियन जोसेफ, रंजन गोगोई और अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल के बयानों से लगता है कि अंदरूनी तौर पर सुलह का प्रयास जारी है।

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सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया भी समाधान के लिए सक्रिय रहा। बार एसोसिएशन ने मुख्य न्यायाधीश से फुल कोर्ट में विवाद पर विचार करने का अनुरोध किया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने समस्या को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों से मिलने का फैसला किया है।

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बाहरी दखल की जरूरत नहीं

जस्टिस कुरियन जोसेफ ने शनिवार को कहा कि संकट के समाधान के लिए किसी बाहरी दखल की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट में कोई संवैधानिक संकट नहीं है। चार न्यायाधीशों ने सिर्फ प्रक्रिया से जुड़ा सवाल उठाया है। हमें उम्मीद है कि इसका समाधान हो जाएगा। कोच्चि में मीडिया से बात करते हुए जस्टिस जोसेफ ने कहा कि मामला संस्थान के भीतर उठाया गया है। इसके समाधान के लिए जरूरी कदम संस्थान खुद उठाएगा। हमने यह मामला भारत के राष्ट्रपति के सामने नहीं उठाया है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट या इसके जजों की कोई संवैधानिक जिम्मेदारी उनके पास नहीं है।

कोई संवैधानिक संकट नहीं

 चीफ जस्टिस के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले एक और जज जस्टिस रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट में किसी भी संवैधानिक संकट से इन्कार किया है। शनिवार को कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट में कोई संवैधानिक संकट नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या सुप्रीम कोर्ट के चारों जजों ने प्रेस कान्फ्रेंस कर नियमों का उल्लंघन किया है, इस पर उन्होंने कुछ भी टिप्पणी करने से साफ इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे अभी लखनऊ के लिए फ्लाइट पकड़नी है। इसलिए मैं कोई बात नहीं कर सकता।

सब कुछ ठीक हो जाएगा

अटर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने शनिवार को एक बार फिर उम्मीद जाहिर की कि सुप्रीम कोर्ट के चार जजों की प्रेस कान्फ्रेंस के बाद गहराया संकट जल्द खत्म हो जाएगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'मुझे उम्मीद है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा।' इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि जजों को सीजेआइ के खिलाफ सार्वजनिक रूप से शिकायत करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा था कि जज प्रतिष्ठित लोग होते हैं। उन्हें सौहार्दपूर्ण तरीके से अपने मतभेदों को दूर करना चाहिए।

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सीजेआइ से मिलने पहुंचे पीएम के प्रधान सचिव, नहीं हुई भेंट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा शनिवार को मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा से मिलने पहुंचे। हालांकि, दोनों की मुलाकात नहीं हो सकी। शनिवार सुबह नृपेंद्र मिश्रा को अपनी कार से मुख्य न्यायाधीश के 5-कृष्णा मेनन मार्ग स्थित आधिकारिक आवास की तरफ जाते देखा गया। वे करीब पांच मिनट तक उनके आवास के बाहर अपनी कार में बैठे रहे। लेकिन, उनके लिए आवास के दरवाजे नहीं खोले गए। इसके बाद वे वापस लौट आए।


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