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अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्‍यिक मध्‍यस्‍थता के लिए भारत उपयुक्‍त जगह: CJI खेहर

भारत के ताकतवर कानून और यहां नगण्‍य सरकारी हस्‍तक्षेप को उभारते हुए चीफ जस्‍टिस ने इसे अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्‍यिक मध्‍यस्‍थता के लिए उपयुक्‍त बताया।

By Monika minalEdited By: Published: Sat, 22 Apr 2017 02:05 PM (IST)Updated: Sat, 22 Apr 2017 02:45 PM (IST)
अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्‍यिक मध्‍यस्‍थता के लिए भारत उपयुक्‍त जगह: CJI खेहर
अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्‍यिक मध्‍यस्‍थता के लिए भारत उपयुक्‍त जगह: CJI खेहर

नई दिल्‍ली (एएनआई)। चीफ जस्‍टिस जे एस खेहर शनिवार को विश्‍वास जताया कि अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्‍यिक मध्‍यस्‍थता का केंद्र बनकर भारत एशियाई विकासशील अर्थव्‍यवस्‍था में नेता के तौर उभर सकता है।

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उन्होंने बताया कि मजबूत कानूनी प्रणाली और शून्य सरकारी हस्तक्षेप के कारण  अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता के लिए भारत को एक पसंदीदा गंतव्‍य बन सकता है। ‘इंगेजिंग एशिया आर्बिट्रशन समिट’ नामक सेमिनार को संबोधित करते हुए जस्‍टिस खेहर ने कहा, ‘अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता के लिए भारत की क्षमता में वृद्धि का पैमाना निर्धारित है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिक से अधिक विदेशी निवेशक भारत आ रहे हैं और यह वाणिज्यिक अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता को बढ़ाएगा।

जस्‍टिस खेहर ने कहा कि एशिया में अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्‍यिक मध्‍यस्‍थता का भविष्‍य भारत से शुरू होना चाहिए। मेरे विचार से, यह देश में मध्‍यस्‍थता में ट्रेडर्स के विश्‍वास को बढ़ावा देगा।‘

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