वैधानिक चेतावनी के खिलाफ तंबाकू कंपनियों ने बंद किए कारखाने
सिगरेट के पैकेट पर 85 प्रतिशत स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी के खिलाफ देश की तंबाकू कंपनियों ने अपने कारखानों को बंद करने का फैसला किया है।
नई दिल्ली। सिगरेट के पैकेट पर 85 प्रतिशत स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी के खिलाफ देश की तंबाकू कंपनियों ने अपने कारखानों को बंद करने का फैसला किया है। केंद्र के इस फैसले के खिलाफ तंबाकू कंपनियों ने सिगरेट का उत्पादन रोक दिया है। तंबाकू कंपनियों का कहना है कि इससे उन्हें रोजाना करीब 350 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।
भारतीय तंबाकू संस्थान ने अपना बयान में कहा कि "तम्बाकू उत्पाद पैक पर ग्राफिक स्वास्थ्य चेतावनी के संशोधन से संबंधित नीति पर अस्पष्टता के कारण कंपनिया 1 अप्रैल से सिगरेट उत्पादन में असमर्थ है।"
संस्थान के डायरेक्टर सैयद महमूद अहमद ने कहा कि तंबाकू इंडस्ट्री ने 15 मार्च को इस सिलसिले में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को रुख स्पष्ट करने के लिए चिट्ठी भी लिखी थी।
गौरतलब है कि आज से ही बीड़ी-सिगरेट समेत तमाम तंबाकू उत्पादों के पैकेट के दोनों ओर 85 फीसदी हिस्से में चेतावनी चित्र प्रकाशित करने का फैसला लागू हो गया है।