छह पार्टियों के पूर्व प्रमुखों को फिर नोटिस भेजेगा सीआइसी
केंद्रीय सूचना आयोग ने छह राजनीतिक दलों के पूर्व प्रमुखों को नए सिरे से नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
नई दिल्ली, (पीटीआई)। केंद्रीय सूचना आयोग (सीआइसी) ने अपने रजिस्ट्रार से छह राजनीतिक दलों के पूर्व प्रमुखों को नए सिरे से नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
श्रीधर आचार्युलु, बिमल जुल्का और सुधीर भार्गव की पूर्ण पीठ ने आरटीआइ कार्यकर्ता आरके जैन की शिकायत पर यह निर्देश दिया है। जैन ने प्रमुख राजनीतिक दलों से उनको मिलने वाले चंदे, आर्थिक स्रोत और आंतरिक लोकतंत्र को लेकर सवाल पूछा था। लेकिन किसी भी पार्टी की ओर से उनको जवाब नहीं मिला। इसके बाद जैन ने सीआइसी का दरवाजा खटखटाया।
तीन जून, 2013 को तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त सत्यानंद मिश्रा के नेतृत्व में सीआइसी की पूर्ण पीठ ने कांग्रेस, भाजपा, राकांपा, बसपा, माकपा और भाकपा को नोटिस भेजकर उनका जवाब मांगा। सीआइसी का तर्क था कि राजनीतिक दल सरकार से सब्सिडी, कार्यालय के लिए सस्ती जमीन और टैक्स में छूट लेते रहते हैं। इसलिए उनको आरटीआइ के तहत सवालों का जवाब देना होगा।
हालांकि, नोटिस भेजते समय रजिस्ट्रार एमके शर्मा ने सोनिया गांधी को तो नाम से नोटिस भेजा, लेकिन राजनाथ सिंह, शरद पवार, मायावती, प्रकाश करात और सुधाकर रेड्डी का नाम गायब कर दिया। इसके खिलाफ जैन ने एक बार फिर सूचना आयोग का दरवाजा खटखटाया था।