चीन की सत्ता संभाल रहे राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ताकतवर हुए
सामूहिक निर्णय वाली कम्युनिस्ट पार्टी की व्यवस्था में पहली बार इतने सारे अधिकार किसी नेता को मिले हैं।
बीजिंग, प्रेट्र : चीन में राष्ट्रपति शी चिनफिंग को और अधिकार देते हुए उन्हें और ताकतवर बनाया गया है। सत्ता संभाल रहे किसी नेता को पहली बार इतनी ताकत मिली है। इससे पहले अक्टूबर 2016 में चिनफिंग को सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के संस्थापक माओ त्से तुंग की बराबरी वाले सर्वोच्च नेता का दर्जा दिया गया था।
चीनी मीडिया के अनुसार बीजिंग में रविवार को हुई कम्युनिस्ट पार्टी की पोलित ब्यूरो की बैठक में सैन्य और नागरिक सेवाओं के एकीकृत आयोग का गठन करते हुए चिनफिंग को उसका मुखिया घोषित कर दिया गया। इससे पहले चिनफिंग के पास सैन्य आयोग के प्रमुख का पद था। अब वह नागरिक सेवाओं के भी सर्वोच्च अधिकारी होंगे। इसके चलते वह अब चीन में कोई भी निर्णय लेकर उसे लागू करा सकेंगे।
चिनफिंग के पास कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव का सर्वोच्च पद और देश के राष्ट्रपति का पद भी है। सामूहिक निर्णय वाली कम्युनिस्ट पार्टी की व्यवस्था में पहली बार इतने सारे अधिकार किसी नेता को मिले हैं।
नागरिक सेवाओं से जुड़े अधिकारों से इतर अधिकार माओ त्से तुंग के पास भी थे लेकिन उनका सत्ता चलाने में सीधा हस्तक्षेप नहीं था। माओ अपने आवास से ही नीतिगत मामलों पर अधीनस्थों को निर्देश देते थे, उनके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री चाऊ एन लाई समेत अन्य लोगों पर रहती थी।
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