भारत के विरोध के बावजूद चीन बंद नहीं करेगा सिल्क रोड प्रोजेक्ट, दी ये हिदायत
चीन के सरकारी मीडिया ने भारत को हिदायत देते हुए कहा कि भारत को सकारात्मक सोचना चाहिए।
बीजिंग, जेएनएन। चीन ने भारत को दो टुक कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के बावजूद अपनी महत्वाकांक्षी सिल्क रोड योजना को वैश्विक गति देगा। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव रखा था कि यह भारत की संप्रभुता के लिए चिंताजनक है। लेकिन चीन ने इसे दरकिनार करते हुए सिल्क रोड बनाने पर अड़ा है।
चीन के सरकारी मीडिया ने भारत को हिदायत देते हुए कहा कि भारत को सकारात्मक सोचना चाहिए। चीनी मीडिया ने कहा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए भारत को व्यवहारिक सोच अपनाने की जरूरत है। चीनी मीडिया ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रपति की मंजूरी भी हासिल है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयींग ने पत्रकारों को बताया कि 15 मार्च को यूएनएससी की बैठक में 15 सदस्यों ने उनके प्रस्ताव- 2344 को निर्विरोध रूप से मान्यता दे दी है। उन्होंने कहा यह प्रोजेक्ट मानवता का साझा भविष्य वाला पहला दुनिया का पहला प्रोजेक्ट है।
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हुआ ने कहा कि प्रस्ताव में सभी दलों से आग्रह किया कि वे बेल्ट और रोड इनिशिएटिव को आगे बढ़ाने और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को उठाए।
'नेपाल और श्रीलंका से संबंधों पर भारत चुप रहे'
चीन ने खुले तौर पर भारत को धमकी देते हुए कहा है कि यदि उसने दक्षिण एशिया में पांव पसारने की कोशिश की तो वह चुप नहीं बैठेगा और इसका पुरजोर विरोध करेगा। इसके अलावा उसने भारत को नेपाल और श्रीलंका से बन रहे राजनयिक संबंधों पर चुप रहने को कहा है।
चीन की सरकारी मीडिया ग्लोाबल टाइम्सा के एक लेख में कहा गया है कि उसे उम्मींद है कि भारत उनकी बातों को समझेगा और दक्षिण एशिया के विकास में भागीदार बनेगा। अपनी इस धमकी में चीन ने कहा है कि अब इसका फैसला भारत के हाथों में है कि वह क्या निर्णय लेता है।
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