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राष्ट्रपति के गांव में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पढ़ेंगे बच्चे

राष्ट्रीय अविष्कार लैब कार्यक्रम से जुड़ा परौंख गांव...स्मार्ट क्लास के जरिये सरकारी स्कूल के बच्चे पा सकेंगे रुचिकर शिक्षा

By Srishti VermaEdited By: Published: Tue, 19 Sep 2017 11:44 AM (IST)Updated: Tue, 19 Sep 2017 11:44 AM (IST)
राष्ट्रपति के गांव में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पढ़ेंगे बच्चे
राष्ट्रपति के गांव में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पढ़ेंगे बच्चे

कानपुर (जागरण संवाददाता)। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के गांव परौंख के बच्चे भी स्मार्ट क्लास के जरिये पढ़ाई करेंगे। परौंख उच्च विद्यालय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के राष्ट्रीय अविष्कार लैब कार्यक्रम में चुन लिया गया है। यूनिट आफ साइंस एंड एजुकेशन डेवलपमेंट (यूनीसेड) इस स्कूल के बच्चों के लिए रुचिकर शिक्षा की तैयारी कर रहा है। एमएचआरडी की योजना है कि प्रत्येक जिले में कार्यक्रम के तहत पांच विद्यालय चुने जाएं। कानपुर देहात में परौंख विद्यालय से इसकी शुरुआत होने जा रही है। स्मार्ट क्लास के साथ परौंख विद्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग का भी इंतजाम होगा। इसके जरिए आइआइटी के सहयोग से प्रशिक्षित अध्यापक पढ़ाएंगे। नामचीन शिक्षक भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराएंगे।

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यूनीसेड के एकेडमिक कोआर्डिनेटर एके गुप्ता के मुताबिक विद्यालय में फोल्ड होने वाला सोलर सिस्टम दिया जाएगा। स्कूल की छुट्टी होने पर यह उठा कर प्राचार्य कक्ष में सुरक्षित रखा जाएगा। इसी सिस्टम से कांफ्रेंसिंग के
लिए कैमरे जोड़े जाएंगे। पूरी आधुनिक प्रणाली विकसित करने का एक उद्देश्य यह है कि सरकारी स्कूल के बच्चों का निजी स्कूलों में पलायन रोक गांव में मौजूद प्रतिभा का विकास कर तरक्की के नए आयाम दिए जा सके।

कार्टून के माध्यम से सहजता से सीखते हैं पाठ
कोआर्डिनेटर का कहना है कि बीएसए पवन कुमार से चर्चा के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि आधुनिक तरीके से शिक्षा देने के लिए शिक्षा विभाग के स्टाफ में योग्यता है जिन्हें प्रशिक्षण के बाद तैयार किया जा सकेगा। पढ़ाई के तरीके में यह भी ध्यान रखा जाएगा कि कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को किस तरह की चीजें पढ़ने में रुचि रहती है। इस उम्र के बच्चे कार्टून के माध्यम से सहजता से कोई भी चीज ग्रहण कर लेते हैं। इसके लिए कार्टूनयुक्त पुस्तकें भी तैयार की जा रही हैं।

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