गायब हो गई अमित शाह की चार्जशीट!
बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ जिस चार्जशीट को कोर्ट ने लौटाया था, वह सात दिन बाद भी विवेचक के पास नहीं पहुंची है। यह चार्जशीट अब खोज का विषय बन गई है। चार्जशीट किस अधिकारी के पास है इस बारे में सभी चुप्पी साधे हुए हैं। माना जा रहा है कोर्ट में हुई किरकिरी के बाद पुलिस फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
लखनऊ। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ जिस चार्जशीट को कोर्ट ने लौटाया था, वह सात दिन बाद भी विवेचक के पास नहीं पहुंची है। यह चार्जशीट अब खोज का विषय बन गई है। चार्जशीट किस अधिकारी के पास है इस बारे में सभी चुप्पी साधे हुए हैं। माना जा रहा है कोर्ट में हुई किरकिरी के बाद पुलिस फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मुजफ्फरनगर और शामली आए थे। यहां उन्होंने कई जगहों पर भाजपाइयों के साथ बैठक की। धारा 144 का उल्लंघन करने और बयानबाजी करने के संबंध में 12 अप्रैल को अमित शाह के खिलाफ नई मंडी कोतवाली और ककरौली थाने में 123[3] जनलोक प्रतिनिधित्व अधिनियम और आइपीसी की धारा 188 में मुकदमा दर्ज किया गया था। नई मंडी कोतवाली में अमित शाह के खिलाफ दर्ज मामले की विवेचना एसएसआइ बीएल शाह को दी गई थी। 10 सितंबर 2014 को अमित शाह के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दी गई, लेकिन कोर्ट ने विवेचना में हुई कमियों के कारण इसे लौटा दिया था। इसके बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई और माना जा रहा था कि विवेचना बदल दी जाएगी। विवेचना क्राइम ब्रांच या फिर एसआइएस में देने की चर्चा जोरों पर थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट अभी तक विवेचक के पास नहीं पहुंची है। सात दिन गुजरने के बाद भी चार्जशीट का कुछ पता नहीं है। पुलिस अधिकारी मामले को ठंडा करने में लगे हैं। चार्जशीट के बारे में कोई भी आला अधिकारी बोलने को तैयार नहीं। इस प्रकरण में विवादित बयान [अमित शाह के खिलाफ धाराएं बढ़ाने का बयान] देने वाले सीओ योगेंद्र सिंह को भी इस मामले से अब दूर रखा जाएगा। यहीं कारण है कि चार्जशीट दोबारा सीओ कार्यालय नहीं भेजी गई। सूत्रों के अनुसार, सीओ कार्यालय में भी चार्जशीट अभी तक नहीं पहुंची।
ली जा रही कानूनी राय
कोर्ट में अमित शाह के खिलाफ चार्जशीट सीओ योगेंद्र सिंह ने भेजी थी। चार्जशीट उन्हें ही लौटाई गई थी। ऐसे में चार्जशीट सीओ कार्यालय में ही होनी चाहिए थी, लेकिन सूत्रों की मानें तो विवादित बयान देने के कारण आला अधिकारी इस मामले में अब संभलकर कदम रख रहे है। इसी वजह से चार्जशीट जिले के किसी बड़े पुलिस अधिकारी के पास ही है। इस मुद्दे पर कानूनी राय भी ली जा रही है। एसएसपी मुजफ्फरनगर एचएन सिंह का कहना है कि विवेचना अभी नहीं बदली गई है। इससे ज्यादा कुछ नहीं बता सकता।