चंबल के बागी नेत्रपाल ने भी जगाई सद्भावना की अलख
श्रीराम ग्रुप ऑफ कालेजेज एवं राष्ट्रीय युवा योजना (नई दिल्ली) के सात दिनी शिविर के छठे दिन चंबल घाटी के बागी रहे नेत्रपाल सिंह ने भी अमन और सद्भाव की अलख जगाई। प्रसिद्ध गांधीवादी डॉ. सुब्बाराव ने नौजवानों को दिमाग को तरोताजा रखने के नुस्खे बताए। शिविर में शुक्रवार को नवयुवकों ने पहले देशभक्ति गीत गाए।
मुजफ्फरनगर [जासं]। श्रीराम ग्रुप ऑफ कालेजेज एवं राष्ट्रीय युवा योजना (नई दिल्ली) के सात दिनी शिविर के छठे दिन चंबल घाटी के बागी रहे नेत्रपाल सिंह ने भी अमन और सद्भाव की अलख जगाई। प्रसिद्ध गांधीवादी डॉ. सुब्बाराव ने नौजवानों को दिमाग को तरोताजा रखने के नुस्खे बताए।
शिविर में शुक्रवार को नवयुवकों ने पहले देशभक्ति गीत गाए। फिर ध्वजारोहण हुआ। इसके बाद डॉ. एसएन सुब्बाराव ने 'एक दुलारा देश हमारा' गीत गाकर राष्ट्रभक्ति की लहर पैदा की। शिविर में चंबल घाटी के बागी रहे नेत्रपाल सिंह ने भी शांति की अलख जगाई। नेत्रपाल सिंह ने 1976 में डॉ. एसएन सुब्बाराव की प्रेरणा व संत विनोबा भावे के विचारों से प्रेरित होकर आत्मसमर्पण किया था। कुछ ही दिन में भारत सरकार ने नेत्रपाल की सजा माफ कर दी थी। इस मौके पर डॉ. सुब्बाराव ने कई तरह के खेल भी सिखाए। इसी कड़ी में डीएवी कॉलेज बुढ़ाना से सद्भावना मार्च निकाला गया। इसमें शांति और सद्भाव की अलख जगाई गई।