केरल में चावल चुराने पर हत्या के मामले में केंद्र ने मांगी रिपोर्ट
आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल उरांव ने शनिवार को कहा कि उनके मंत्रालय ने राज्य सरकार से घटना की रिपोर्ट और इस सिलसिले में की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है।
पलक्कड़, प्रेट्र/आइएएनएस। एक आदिवासी युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में केंद्र ने केरल सरकार से रिपोर्ट मांगी है। पलक्कड़ के पास जंगल में कुछ लोगों ने मानसिक रूप से विक्षिप्त मधु को गुरुवार को पीट-पीटकर मार डाला था। वे लोग उस पर दुकान से चावल चुराने का आरोप लगा रहे थे। आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल उरांव ने शनिवार को कहा कि उनके मंत्रालय ने राज्य सरकार से घटना की रिपोर्ट और इस सिलसिले में की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है।
घटना तब प्रकाश में आई जब कुछ हमलावरों ने उसके साथ मारपीट करते समय की अपनी सेल्फी सोशल मीडिया में अपलोड की। राज्य सरकार ने पीडि़त परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता देने का एलान किया है।
इस मामले में पुलिस अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। आठ लोगों पर हत्या का आरोप है। जांच दल का नेतृत्व कर रहे अजित कुमार ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, सिर में गंभीर चोट लगने से मधु की मौत हुई। आरोपियों पर हत्या और अवैध रूप से बंधक बनाने समेत भारतीय दंड संहिता और वन कानून की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किए गए हैं।
मधु की बहन चंद्रिका ने वन विभाग के अधिकारियों पर कर्तव्यों के पालन में विफल रहने का आरोप लगाया है। चंद्रिका ने बताया कि मधु जंगल के बीच एक गुफा में रहता था। वहां वही लोग जा सकते थे, जिन्हें जाने की इजाजत होती थी। हम हैरान हैं कि लोगों का यह जत्था कैसे जंगल में घुसा और लोगों ने उसकी पिटाई की। चंद्रिका ने बताया कि मधु को पीटने के बाद जंगल से थाने ले जाया गया। वह रास्ते में चल भी नहीं पाता था। जब मधु ने पानी मांगा, तो उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया। हमलावरों ने कुछ पानी उसके मुंह में डालकर बाकी जमीन पर फेंक दिया।