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भूख से मौत मामले में केंद्र सरकार ने लिया संज्ञान, राज्य से मांगी रिपोर्ट

केंद्र सरकार जांच के लिए एक टीम भेजेगी। झारखंड सरकार से रिपोर्ट भी मांगी गई है। केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री राम विलास पासवान ने अाज जांच के आदेश दिए हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 18 Oct 2017 03:10 PM (IST)Updated: Wed, 18 Oct 2017 07:27 PM (IST)
भूख से मौत मामले में केंद्र सरकार ने लिया संज्ञान, राज्य से मांगी रिपोर्ट
भूख से मौत मामले में केंद्र सरकार ने लिया संज्ञान, राज्य से मांगी रिपोर्ट

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने बुधवार को कहा कि एक केंद्रीय टीम झारखंड भेजी जाएगी जो सिमडेगा की 11 वर्षीय बच्ची की कथित रूप से भूख से हुई मौत की जांच करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से भी इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।

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पासवान ने कहा कि यदि गरीब लोग भूख से मरते हैं तो यह चिंता की बात है। इस बीच झारखंड सरकार ने भी मामले की जांच का आदेश दिया है और बच्ची के परिवार के लिए 50 हजार रुपये की सहायता की घोषणा की है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि बच्ची की मौत भूख से हुई है। उनका कहना है किआधार नंबर से नहीं जोड़े जाने के कारण बच्ची के परिवार का राशन कार्ड रद कर दिया गया था।

गौरतलब है कि झारखंड के सिमडेगा में 8 दिनों से भूखी 11 साल की एक बच्ची की मौत हो गई है। स्थानीय राशन डीलर ने महीनों पहले उसके परिवार का राशन कार्ड रद्द करते हुए अनाज देने से इनकार कर दिया था। राशन डीलर की दलील थी कि राशन कार्ड आधार नंबर से लिंक नहीं है। 

मिली जानकारी के अनुसार संतोषी कुमारी नाम की इस लड़की ने 8 दिन से खाना नहीं खाया था, जिसके चलते बीते 28 सितंबर को भूख से उसकी मौत हो गई। परिवार को पीडीएस स्कीम के तहत गरीबों को मिलने वाला राशन पिछले कई महीनों से नहीं मिल पा रहा था।

मां ने बताई दर्दनाक दास्तां

संतोषी की मां कोयली देवी ने बताया कि 28 सितंबर की दोपहर संतोषी ने पेट दर्द होने की शिकायत की। गांव के वैद्य ने कहा कि इसको भूख लगी है। खाना खिला दो, ठीक हो जाएगी। मेरे घर में चावल का एक दाना नहीं था।इधर संतोषी भी भात-भात कहकर रोने लगी थी। उसका हाथ-पैर अकड़ने लगा। शाम हुई तो मैंने घर में रखी चायपत्ती और नमक मिलाकर चाय बनायी। संतोषी को पिलाने की कोशिश की। लेकिन, वह भूख से छटपटा रही थी। देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया।

मंत्री अौर अधिकारी के अलग- अलग बयान

इस मामले में राज्य के फूड अौर सिविल सप्लाई मंत्री ने कहा कि साफ निर्देश दिए गए हैं कि जिनका आधार राशन कार्ड से लिंक न हो उन्हें राशन देने से मना नहीं किया जा सकता। हालांकि जलडेगा ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर संजय कुमार कोंगारी भूख की मौत से इंकार कर रहे हैं। उनके मुताबिक लड़की की मौत मलेरिया से हुई है। मगर वो इस बात को मान रहे हैं कि लड़की के परिवार का नाम आधार से लिंक नहीं होने की वजह से पीडीएस के लाभार्थियों की सूची से बाहर कर दिया गया था।


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