5 राज्यपालों की नियुक्ति को हरी झंडी, कभी भी हो सकती है घोषणा
मोदी सरकार ने पहली खेप में पांच नए राज्यपालों की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी है। राष्ट्रपति को पांचों राज्यपालों के नाम भेज दिए गए हैं और उनकी नियुक्ति की औपचारिक घोषणा कभी भी हो सकती है। भाजपा के वरिष्ठ नेता राम नाइक ने उत्तर प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने की बात स्वीकार की है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। मोदी सरकार ने पहली खेप में पांच नए राज्यपालों की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी है। राष्ट्रपति को पांचों राज्यपालों के नाम भेज दिए गए हैं और उनकी नियुक्ति की औपचारिक घोषणा कभी भी हो सकती है। भाजपा के वरिष्ठ नेता राम नाइक ने उत्तर प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने की बात स्वीकार की है। वहीं पश्चिम बंगाल के गृह विभाग से मिल रही सूचना के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात कर दिल्ली के वरिष्ठ भाजपा नेता विजय कुमार मल्होत्रा को बतौर राज्यपाल पश्चिम बंगाल भेजने की जानकारी दी है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार गृहमंत्रालय ने पांच राज्यपालों की नियुक्ति की सूची शनिवार को ही राष्ट्रपति भवन भेज दी थी। इनमें राम नाइक और विजय कुमार मल्होत्रा के साथ-साथ उत्तरप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता केसरीनाथ त्रिपाठी, मध्यप्रदेश के कैलाश जोशी और पंजाब के बलरामजी दास टंडन के नाम शामिल हैं। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति भवन से इनकी नियुक्ति की अधिसूचना कभी भी जारी हो सकती है। केसरीनाथ त्रिपाठी जहां उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। वहीं कैलाश जोशी मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष हैं और लंबे समय तक सांसद रह चुके हैं। इसी तरह बलरामजी दास टंडन पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं।
वैसे गृहमंत्रालय और राष्ट्रपति भवन का कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन मुंबई में राम नाइक ने उत्तर प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने की बात स्वीकार की है। नाइक के अनुसार पार्टी ने उन्हें उत्तरप्रदेश के राज्यपाल बनने का आफर दिया है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल का काम चुनौतीपूर्ण है और वे इसके लिए तैयार हैं।
वहीं कोलकाता से पश्चिम बंगाल के गृह विभाग से आ रही खबरों के मुताबिक विजय कुमार मलहोत्रा नए राज्यपाल होंगे। खुद राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी को फोन कर इसकी जानकारी दी है। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के अलावा कर्नाटक, गोवा और गुजरात के राज्यपाल का पद खाली है। गौरतलब है कि नई सरकार लगभग डेढ़ दर्जन राज्यों में राज्यपाल बदलना चाहती है। लेकिन इस बारे में बहुत जल्दबाजी नहीं करना चाहती है। इस साल के अंत तक लगभग आधे दर्जन अन्य राजभवनों में बदलाव दिख सकता है।