धार्मिक आधार पर न करें भेदभाव: भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने धार्मिक आधार पर भेदभाव नहीं करने की अपील की है। रविवार को यहां एक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि विविधता का उत्सव मनाया जाना चाहिए न कि उसका विरोध होना चाहिए। सभी को साथ लेकर चलने का रास्ता तलाशना चाहिए।
मैसूर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने धार्मिक आधार पर भेदभाव नहीं करने की अपील की है। रविवार को यहां एक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि विविधता का उत्सव मनाया जाना चाहिए न कि उसका विरोध होना चाहिए। सभी को साथ लेकर चलने का रास्ता तलाशना चाहिए। भागवत का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब संघ के आनुषांगिक संगठन 'घर वापसी' को लेकर विवादों में हैं।
भागवत ने कहा, दुनिया एक ही है, अलग-अलग नहीं। इसलिए हर व्यक्ति को एक-दूसरे का और हर चीज का ख्याल रखना चाहिए। विविधता में एकसाथ रहना समझौते पर नहीं होना चाहिए बल्कि स्वीकार्यता के आधार पर होना चाहिए। जीवन की आधुनिक अवधारणा यह कहती है कि हमें एक-दूसरे के प्रति सहिष्णु होने की जरूरत है, लेकिन हमारी पुरातन परंपरा अनुभवों के आधार पर कहती है कि हमें एक-दूसरे को स्वीकार करने की जरूरत है। हमारी परंपरा कहती है कि हमें हर चीज, हर प्रकृति व स्वभाव और हरेक की परंपरा को स्वीकार करना चाहिए।