हेलीकाप्टर घोटाला: सीबीआइ को मिले दलाली की लेन-देन के सबूत
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ ) को चर्चित हेलीकाप्टर घोटाले में दलाली की लेन-देन के सबूत प्राप्त हुए हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आखिरकार सीबीआइ को हेलीकाप्टर घोटाले में दलाली की लेन-देन के सबूत मिलने लगे हैं। पांच देशों से आए लेटररोगेटरी के जवाबों के आधार पर सीबीआइ ने अभी तक 50 मिलियन यूरो की दलाली की रकम की लेन-देन के सबूत मिलने का दावा किया है। पुख्ता सबूत जुटाने के लिए सीबीआइ की एक टीम इटली भी गई थी, जहां उसे केस से जुड़े विधि और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की।
सीबीआइ के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार दलाली की लेन-देन का पता लगाने के लिए कुल आठ देशों को लेटर रोगेटरी (एलआर) भेजा गया था। इनमें पांच देशों से एलआर का जबाव आ गया है। केवल इटली ने एलआर का पूरा जबाव दिया है। जबकि इंग्लैंड, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ट्यूनिशिया और स्विटजरजैंड ने एलआर के कुछ हिस्सों को जबाव दिया है।
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स्विटजरलैंड का जबाव पिछले हफ्ते ही मिला है। इसके अलावा मारिशस, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात से एलआर का कोई जबाव नहीं आया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन सभी देशों से एलआर का पूरा जबाव हासिल करने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है।
अभी तक मिले एलआर के जबाव से हेलीकाप्टर घोटाले में कुल 50 मिलियन यूरो की दलाली के सबूत मिल गए हैं। उनका मानना है कि बाकि देशों से एलआर का पूरा जबाव मिलने के बाद घोटाले में दी गई कुल दलाली और उन्हें हासिल करने वालों का खुलासा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि घोटाले के सबूत मिलने में सफलता मिलते देख उत्साहित सीबीआइ ने अपनी दो सदस्यीय इसी महीने के दूसरे हफ्ते में इटली भेजी थी। टीम चार दिनों तक केस से जुड़े विधि और पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की।
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इटली दौरे से केस को समझने और पुख्ता सबूत जुटाने में अहम मदद मिलेगी। इसके साथ ही सीबीआइ की कोशिश इटली की जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ करने की भी है। इजाजत मिलने के बाद सीबीआइ उन आरोपियों का बयान दर्ज भी करेगी, ताकि उन्हें सबूत के रूप में भारतीय अदालत में पेश किया जा सके।
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वैसे सीबीआइ अभी तक यह नहीं बता पा रही है कि भारत में किन-किन लोगों तक यह दलाली की रकम गई थी। इस संबंध में पूछे जाने पर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अभी जांच की जा रही है और एक बार दलाली हासिल करने वालों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने के बाद उनके खिलाफ शिकंजा कसा जाएगा। ध्यान देने की बात है कि दो महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय ने तीन कंपनियों के 86 करोड़ रुपये के शेयर जब्त किये थे। ईडी ने दावा किया था कि ये शेयर दलाली की रकम से जुड़े हैं।
हेलीकाप्टर घोटाले और विजय माल्या के मामले की जांच में तेजी लाने और त्वरित कार्रवाई करने के लिए सीबीआइ में एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया था। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीबीआइ के सहायक निदेशक राकेश अस्थाना के नेतृत्व में गठित जांच दल को ही दलाली की रकम की लेन-देन के सबूत हासिल करने में सफलता मिली है।
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