मनीष सिसोदिया के बाद CBI ने की सत्येंद्र जैन की पत्नी से पूछताछ
सीबीआइ जैन के खिलाफ करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देने के आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बाद सीबीआइ स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के घर पहुंच गई। सीबीआइ जैन के खिलाफ करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देने के आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है। इस सिलसिले में सत्येंद्र जैन से एक जून को सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है। सोमवार को एजेंसी के अधिकारी इस मामले में उनकी पत्नी से पूछताछ करने पहुंची थी।
आरोप है कि सत्येंद्र जैन की स्वामित्व वाली कंपनी मंगलायतन प्रोजेक्ट्स, पारस इंफोसाल्यूशंस और अकिंचन डेवलपर्स में हवाला के मार्फत करोड़ों रुपए उनके दिल्ली सरकार में मंत्री बनने के बाद भी आए थे। इन कंपनियों में जैन की पत्नी भी हिस्सेदार हैं। सीबीआइ लोकसेवक बनने के बाद आए इस धन को आय से संपत्ति मानते हुए भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत जांच कर रही है। सत्येंद्र जैन का कहना था कि इन कंपनियों से उनका कोई लेना-देना नहीं है और ये उनकी पत्नी चलाती है। पत्नी की कंपनी में हुए लेन-देन के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। यही कारण है कि सीबीआइ ने उनकी पत्नी से पूछताछ करने का फैसला किया।
वहीं सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राजनीति में आने के बाद सत्येंद्र जैन ने सफाई के साथ इन कंपनियों से इस्तीफा दे दिया, लेकिन इनमें उनके परिवार के सदस्य अब भी मौजूद हैं। लेकिन कुछ कंपनियों से इस्तीफा देना वे भूल गए और उनमें मंत्री बनने के बाद भी वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान 4.63 करोड़ रुपये आने का आरोप है।
आयकर विभाग अलग से जैन की कंपनियों में आए सभी कालेधन की अलग से जांच कर रहा है। आयकर विभाग की जांच में पता चला है कि जैन ने हवाला ऑपरेटरों की मदद से जो कालाधन सफेद किया, उससे उन्होंने दिल्ली में 200 बीघा से अधिक कृषि भूमि खरीदी। यह जमीन उनके नियंत्रण वाली कंपनियों के नाम अवैध कालोनियों के पास खरीदी ताकि इनके नियमित होने पर इस जमीन को ऊंची कीमत पर बेचा जा सके। जमीन खरीद पंजीकरण के कागजों पर भी सत्येंद्र जैन की तस्वीर लगी है।
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