बच्चों के साथ दुष्कर्म का वीडियो शेयर करने वाले रैकेट का जाल 40 देशों में था फैला
इस मामले में पिछले महीने केस दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने नोएडा, मुंबई, दिल्ली और कन्नौज में पांच स्थानों पर छापा मारा था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। व्हाट्सएप के सहारे बच्चों के साथ दुष्कर्म का वीडियो शेयर करने वाले रैकेट का जाल 40 देशों में फैला था। सीबीआइ इंटरपोल के सहयोग से ग्रुप के सभी सदस्यों की पहचान करने में जुटी है। जांच से जुड़े सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ग्रुप में भारत के 66, पाकिस्तान के 56 और अमेरिका के 29 सदस्य के साथ कुल 234 सदस्य थे। इन सबकी पहचान की जा रही है।
गौरतलब है कि सीबीआइ ने पिछले महीने व्हाट्सएप ग्रुप में बच्चों के साथ दुष्कर्म का वीडियो शेयर करने वाले रैकेट का पर्दाफाश करते हुए इसके एडमिन कन्नौज के निखिल वर्मा को गिरफ्तार किया था। इस व्हाट्सएप ग्रुप में बच्चों के साथ दुष्कर्म के फोटो और वीडियो लगातार शेयर किये जाते थे। मोबाइल नंबर के आधार पर इसके सदस्यों की पहचान की जा रही है। इंटरपोल की मदद से सीबीआइ सभी 40 देशों के संपर्क में है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इनमें कई देशों से अहम जानकारी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि जांच प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए इस बारे में ज्यादा नही बताया जा सकता है।
इस मामले में पिछले महीने केस दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने नोएडा, मुंबई, दिल्ली और कन्नौज में पांच स्थानों पर छापा मारा था। छापे में बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, लैपटाप, हार्डडिस्क और अन्य डिजिटल उपकरण बरामद किये गए थे। इस मामले में सीबीआइ ने निखिल वर्मा के साथ-साथ दिल्ली के नफीस रजा व जाहिद, मुंबई के ओमप्रकाश चौहान और नोएडा के आकाश को इस मामले में आरोपी बनाया है।
सीबीआइ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार तीन महीने पहले जांच एजेंसी को इस ग्रुप के बारे में जानकारी मिली थी। उसके बाद उनपर लगातार नजर रखी जाने लगी। मोबाइल और लैपटॉप के आइपी एड्रेस के आधार पर आरोपियों के लोकेशन का पता लगाया गया। इसके बाद सीबीआइ के अधिकारियों ने इन स्थानों की रेकी कर आरोपियों की पहचान की।