यादव सिंह प्रकरण : दर्जन भर प्रतिष्ठानों पर सीबीआइ का छापा
यादव सिंह प्रकरण की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने आज गाजियाबाद-नोएडा में दर्जन भर प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। सुबह से शाम तक टीम ने सभी ठिकानों पर एक-एक दस्तावेज को चेक किया। संदिग्ध दस्तावेजों को टीम ने जब्त कर लिया है।
लखनऊ। यादव सिंह प्रकरण की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने आज गाजियाबाद-नोएडा में दर्जन भर प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। सुबह से शाम तक टीम ने सभी ठिकानों पर एक-एक दस्तावेज को चेक किया। संदिग्ध दस्तावेजों को टीम ने जब्त कर लिया है। आज दोपहर करीब एक बजे सीबीआइ की 10 सदस्यीय टीम गाजियाबाद के आरडीसी स्थित एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तर पर पहुंची और दफ्तर लॉक कर छापेमारी शुरू की। इस दौरान न किसी को बाहर जाने दिया और न अंदर आने दिया गया। सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक यादव सिंह के नोएडा अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर रहने के दौरान नोएडा के ज्यादातर सभी बड़े ठेके एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मिले थे। आशंका है कि एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी से मिलकर यादव सिंह ने काफी भ्रष्टाचार किया। एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी में यादव ङ्क्षसह की हिस्सेदारी होने की भी संभावना जताई जा रही है। छापेमारी की कार्रवाई बृहस्पतिवार शाम करीब 6.15 बजे तक चली। सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक यादव सिंह प्रकरण में एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर, आनंद बिल्डटेक, तिरुपति कंस्ट्रक्शन, जेएसपी कंस्ट्रक्शन व एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर व आनंद बिल्डटेक की पार्टनरशिप वाले होटल गोल्ड लिंक समेत दर्जन भर ठिकानों पर छापेमारी हुई। सभी प्रतिष्ठानों से सीबीआइ ने संदिग्ध दस्तावेजों को जब्त कर लिया है।
मनी लांड्रिंग मामले में जांच शुरू
सीबीआइ के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी नोएडा प्राधिकरण के निलंबित चीफ इंजीनियर यादव सिंह के पीछे पड़ गया है। गुरुवार को एक तरफ सीबीआइ ने उनकी कई कंपनियों और ठिकानों पर छापेमारी की और दूसरी तरफ ईडी ने भी मनी लांड्रिंग मामले में उनकी जांच शुरू कर दी है। यादव सिंह और उनके परिवारीजन के खिलाफ सीबीआइ ने दो मुकदमे दर्ज किए हैं। ईडी ने इसी मुकदमे को अपनी जांच का आधार बनाया है। संकेत मिले हैं कि ईडी जल्द ही यादव सिंह की संपत्तियों को अटैच करेगा। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई शुरू की है।