Move to Jagran APP

फिर पलटे कैप्टन अजय यादव, इस्तीफा वापस

मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर नौकरियों व विकास में भेदभाव का आरोप लगाकर मंत्री पद छोड़ने वाले कैप्टन अजय सिंह यादव ने एक बार फिर पलटते हुए इस्तीफा वापस ले लिया है। मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले के पटाक्षेप की देर रात फोन पर पुष्टि की। हुड्डा ने इस्तीफा स्वीकार नहीं करते हुए पुनर्विचार का अनुरोध किया था।

By Edited By: Published: Thu, 31 Jul 2014 05:31 AM (IST)Updated: Thu, 31 Jul 2014 10:37 AM (IST)
फिर पलटे कैप्टन अजय यादव, इस्तीफा वापस

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर नौकरियों व विकास में भेदभाव का आरोप लगाकर मंत्री पद छोड़ने वाले कैप्टन अजय सिंह यादव ने एक बार फिर पलटते हुए इस्तीफा वापस ले लिया है। मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले के पटाक्षेप की देर रात फोन पर पुष्टि की। हुड्डा ने इस्तीफा स्वीकार नहीं करते हुए पुनर्विचार का अनुरोध किया था। हालांकि कैप्टन ने फोन नहीं उठाया।

prime article banner

बुधवार को तेजी से बदले घटनाक्रम में कैप्टन अजय यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर प्रदेश प्रभारी डा. शकील अहमद से नई दिल्ली में मुलाकात की। करीब डेढ़ घंटे तक चली लंबी बातचीत में कैप्टन ने वह तमाम मुद्दे रखे, जिन्हें आधार बनाकर इस्तीफा दिया था। कैप्टन ने नौकरियों व विकास में भेदभाव के साथ-साथ अपने साथ हुए वादों को पूरा नहीं करने के मामले भी उठाए। सूत्रों के अनुसार कैप्टन ने शकील से कहा कि वे सीनियर विधायक हैं और छह बार अपने इलाके का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्हें बार-बार अपमानित किया जाता रहा है। उनकी छवि भी जानबूझकर कांग्रेस हाईकमान के सामने गलत ढंग से पेश की गई। यदि उनके काम नहीं होंगे तो वह जनता को क्या जवाब देंगे।

सूत्रों के अनुसार शकील ने कैप्टन की बातों से इत्तफाक जाहिर करते हुए कहा कि वे उनकी बात कांग्रेस हाईकमान तक पहुंचा देंगे। शकील उन्हें यह भी समझाने में कामयाब रहे कि यह मौका नाराजगी का नहीं है और सभी को मिलकर चुनाव लड़ना है। लिहाजा उनके जो भी गिले-शिकवे हैं, उन्हें दूर करा लिया जाएगा।

शकील अहमद ने भी मीडिया से कहा था कि मैडम सोनिया ने मुझे कैप्टन से बातचीत के निर्देश दिए थे। मैंने उन्हें आज अपनी बात कहने के लिए दिल्ली बुलाया। काफी सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत हुई। कैप्टन हमारे सीनियर नेता हैं। पार्टी में उनका बड़ा अनुभव है। उनकी कुछ शिकायतें थी, मुद्दे थे। सभी पर विस्तार से चर्चा हुई। हम जल्द ही मिल बैठकर इन ग्रीवेंसिज को दूर कर लेंगे। इस बात का भरोसा कैप्टन अजय यादव को दिला दिया गया है।

मुख्यमंत्री हुड्डा से हुई कैप्टन की लंबी बातचीत

शकील से मिलने रवाना होने से पूर्व कैप्टन अजय सिंह यादव ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से लंबी मंत्रणा की। बताते हैं कि एक उच्च अधिकारी के निवास पर हुई इस मुलाकात में दोनों के बीच उन मुद्दों पर काफी लंबी वार्ता हुई, जो कैप्टन ने इस्तीफा देने के बाद उठाए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की बात स्वीकार नहीं की, लेकिन इतना जरूर माना कि बातचीत हुई है। हुड्डा से बातचीत के बाद कैप्टन का मिजाज कुछ नरम हुआ है। मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा है कि कल तक इंतजार कीजिए। नतीजे आपके सामने होंगे।

मंत्रिमंडल की बैठक में नहीं आए किरण और अजय

मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल होने के लिए कैप्टन अजय यादव नहीं पहुंचे। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण चौधरी भी बैठक में नहीं पहुंची। किरण चौधरी की ओर से भिवानी में कार्यक्रम रखा गया था, जिस वजह से वे नहीं आई। हालांकि मुख्यमंत्री हुड्डा मंत्रिमंडल की बैठक लेने के बाद स्वयं उनके कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।

दो मंत्रियों व एक सीपीएस के बारे में उड़ती रही अफवाह

कैप्टन अजय यादव के इस्तीफे के बाद राज्य सरकार का खुफिया विभाग सक्रिय हो गया। दिन भर दो मंत्रियों व एक सीपीएस के भी इस्तीफा देने की खबरें उड़ती रहीं। एक मंत्री के बारे में तो यहां तक अफवाह उड़ी कि वे सरकारी गाड़ी छोड़कर प्राइवेट गाड़ी से मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं। दूसरे मंत्री ने अफवाहों से तंग आकर अपने समर्थकों से कहा कि इस्तीफा देने का यह उचित समय नहीं है। जब मुझे इस्तीफा देना चाहिए था, तब नहीं दिया। अब क्या इस्तीफा देना। यह तीनों दिग्गज दक्षिण हरियाणा से जुड़े बताए जाते हैं।

सबके अपने स्वार्थ हैं, मुझसे कोई नाराज नहीं : हुड्डा

मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कैप्टन अजय यादव के इस्तीफे से जुड़े सवालों पर कहा था कि इस्तीफा मिला था पर मैंने स्वीकार नहीं किया है। मैंने कैप्टन से इस्तीफे पर पुनर्विचार का अनुरोध किया है। आपके एक-एक साथी छोड़कर जा रहे हैं, इस नाराजगी की वजह क्या है, इस पर हुड्डा ने कहा कि मेरी वजह से कोई नाराज नहीं हैं। सबके अपने स्वार्थ हैं। अपने स्वार्थो की वजह से कोई नाराज हो सकता है। मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि चुनाव के समय कोई अगर इस्तीफे दे या फिर गंभीर आरोप लगाए तो आप इसका मतलब खुद ही समझ सकते हैं। अपनी बात कहने का यह उचित समय नहीं होता। फिर भी कल तक इंतजार कर लीजिए। मुख्यमंत्री से जब यह पूछा गया कि बीरेंद्र सिंह भाजपा में शामिल हो रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा कि यह प्रजातंत्र है। हर किसी को कहीं भी जाने और पार्टियां बनाने का अधिकार है। लेकिन कांग्रेस मजबूत थी, मजबूत है और मजबूत रहेगी।

मुख्यमंत्री ने इस बात से इनकार किया कि कांग्रेस में कोई राजनीतिक उथल-पुथल नहीं हो रही। उथल-पुथल सिर्फ स्वार्थो की है। किरण चौधरी की नाराजगी से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भिवानी में आज वे मेरे साथ ही होंगी। उन्होंने राव इंद्रजीत के भाजपा में शामिल होने का उदाहरण देते हुए कहा कि वे अपने स्वार्थ के लिए ही तो वहां गए हैं। हुड्डा ने कहा कि विकास में भेदभाव कोई मुद्दा नहीं है। दस वर्षाें बाद किसी को भेदभाव नजर आए तो आप स्वयं अनुमान लगा सकते हैं।

पढ़ें: हरियाणा के बिजली मंत्री कैप्टन अजय यादव का इस्तीफा

पढ़ें: हुड्डा के नेतृत्व में विस चुनाव लड़ने से बीरेंद्र का इंकार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.