कारोबारी ने 40 लाख में बचाई अपनी इज्जत
राकेश कुमार सिंह, राजधानी में दुष्कर्म के मामलों में ब्लैकमेलिंग की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। एक बड़े कारोबारी के खिलाफ सेक्स वर्कर ने पहले दुष्कर्म का केस दर्ज कराया फिर मामला वापस लेने के लिए 40 लाख में समझौता किया। नियमित ग्राहक रहे कारोबारी ने पहले महिला को धमकी दी, लेकिन बाद में फंसता देख अपनी इज्जत बचाने के लिए रकम देकर पीछा छुड़ाना उचित समझा। दुष्कर्म का केस कराने वाली किशोरी की मां ने आयोग के सामने बयान दिया कि उसका समझौता हो गया है।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। राजधानी में दुष्कर्म के मामलों में ब्लैकमेलिंग की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। एक बड़े कारोबारी के खिलाफ सेक्स वर्कर ने पहले दुष्कर्म का केस दर्ज कराया फिर मामला वापस लेने के लिए 40 लाख में समझौता किया। नियमित ग्राहक रहे कारोबारी ने पहले महिला को धमकी दी, लेकिन बाद में फंसता देख अपनी इज्जत बचाने के लिए रकम देकर पीछा छुड़ाना उचित समझा। दुष्कर्म का केस कराने वाली किशोरी की मां ने आयोग के सामने बयान दिया कि उसका समझौता हो गया है।
इस मामले से दिल्ली महिला आयोग हैरान है। चूंकि यह मामला दिल्ली से बाहर के जीरो एफआइआर से संबंधित है, इसलिए अधिकारिक तौर पर बयान जारी नहीं किया गया। आयोग को शक है कि डील में दिल्ली व गुड़गांव पुलिस के अलावा अधिवक्ता भी शामिल हो सकते हैं। केस में महिला ने कहा है कि वह उत्तम नगर में परिवार के साथ रहती है। उसकी बेटी 12वीं की पढ़ाई कर रही है। वह नौकरी भी करना चाहती थी। इसलिए उसने जानकार राजेश से बेटी को नौकरी दिलाने की बात की। राजेश का कोतवाली इलाके में ड्राई फ्रूट का थोक कारोबार है। राजेश ने कहा कि 27 जुलाई को गुड़गांव में एक होटल में पार्टी है। वहां बड़े कारोबारी आएंगे। वह उसकी बेटी को कारोबारियों से मिलाकर नौकरी की बात कर लेगा। राजेश ने कहा कि वह बेटी को कैब से गुड़गांव भेजे।
27 जुलाई को शाम 6 बजे उसने बेटी को भेज दिया। देर रात तक जब घर नहीं लौटी, तो महिला ने उसे फोन किया। बेटी ने बताया कि उसे देर हो जाएगी। अगले दिन सुबह नौ बजे किशोरी घर पहुंची। वह परेशान थी। 13 सितंबर को जब किशोरी को डॉक्टर के पास ले जाया गया, तो पता चला कि दुष्कर्म हुआ है। महिला ने 14 सितंबर को राजेश के खिलाफ जीरो एफआइआर दर्ज कराई।
ऐसे खुला मामला
घटना वाले दिन किशोरी की उम्र 17 साल 9 महीने थी। नाबालिग मामले में यह प्रावधान है कि दिल्ली महिला आयोग पीड़ित व उसके परिवार से पूछताछ कर सच्चाई का पता लगाए। आयोग की महिला काउंसलर ने जब जांच की तो पता चला कि महिला सेक्स रैकेट चलाती है। राजेश उसका नियमित ग्राहक था। घटना वाले दिन महिला के पास कोई युवती न होने से उसने बेटी को ही राजेश के साथ गुड़गांव भेज दिया था। जहां राजेश ने उसकी बेटी से दुष्कर्म किया।