Move to Jagran APP

मां ने ठंड में मरने के लिए फेंका, अब सात समंदर पार मिला नया जीवन, जानिए

दरभंगा के विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान से एक मासूम को ब्रिटिश दंपती ने गोद लिया। मासूम को असली मां ने ठंड में मरने के लिए फेंक दिया था। लेकिन, उसे सात समंदर पार नया जीवन मिला है।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 09 Dec 2016 12:34 PM (IST)Updated: Fri, 09 Dec 2016 09:56 PM (IST)
मां ने ठंड में मरने के लिए फेंका, अब सात समंदर पार मिला नया जीवन, जानिए

दरभंगा [जेएनएन]। मासूम नवजात को उसकी मां कड़ाके की ठंड में कचरे की ढ़ेर पर छोड़ गई थी। अब उसे सात समंदर पार नई मां मिल गई है। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में 16 महीने की शालू को भारतीय मूल के ब्रिटिश दंपती हर्कीन कौर खाल्या व जगजीत सिंह खाल्या ने गुरुवार को गाेद लिया। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने उन्हें बच्ची को सौंपा।

loksabha election banner

गोद लेनेवाले इंगलैंड की नागरिकता ग्रहण कर वहां के निवासी बन गए हैं। शादी के 15 साल बाद भी कोई संतान नहीं होने के कारण उन्होंने बच्ची को गोद लिया है। यह पहला मौका है जब दरभंगा के दत्तक ग्रहण संस्थान से कोई बच्ची किसी विदेशी परिवार ने गोद ली है।

बच्ची की नई मां हर्कीन कौर कॉस्टयूम डिजाइनर हैं तो पिता जगजीत सिंह बीबीसी न्यूज में कार्यरत हैं। उन्होंने

गाेद लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन दो वर्ष पहले कराया था। जांच के बाद उन्हें गोद लेने के योग्य पाया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.