दिल्ली : अगवा लड़के की निर्मम हत्या
राजधानी के गांधीनगर के अगवा किए गए लड़के की हत्या कर दी गई है। कल अगवा किए गए लड़के का शव आज बरामद किया गया है।अगवा लड़के के परिवारवालों से दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। पूर्वी जिले के गांधी नगर इलाके से आठवीं कक्षा के छात्र उत्कर्ष (13) का अपहरण कर उसकी निर्मम हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। अभी तक अपहर्ताओं के बारे में कोई सुराग नहीं लग सका है। जिला पुलिस के अलावा दिल्ली पुलिस की कई अन्य शाखाओं को भी जांच में लगाया गया है। छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए सब्जी मंडी मोर्चरी भेज दिया गया है। छात्र के पिता की इलाके में ज्वेलरी का शो रूम है। इस घटना से इलाके के लोगों में काफी गुस्सा है। जिससे उन्होंने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया और यातायात जाम कर दिया।
उत्कर्ष अपने परिवार के साथ राजगढ़ कालोनी गली नंबर दो में रहता था। परिवार में पिता मुकेश वर्मा, मां, भाई ऋषभ (23) और बहन कनिका (25) है। कनिका की शादी हो चुकी है। मुकेश वर्मा की रघुवरपुरा गली नंबर दो में ज्वेलरी का शो रूम है। ऋषभ आनंद विहार स्थित विवेकानंद स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता था। वह रोजाना ढाई बजे से पौने तीन बजे के बीच प्राइवेट वैन से स्कूल से लौटता था। मंगलवार को वैन ने उसे सत्संग मार्ग पर उतारा। यहां से घर की दूरी महज 200 मीटर है। लेकिन वह घर नहीं पहुंचा। तय समय पर घर नहीं पहुंचने पर परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने वैन चालक से पता किया तो जानकारी मिली कि उत्कर्ष को काफी पहले तय जगह पर छोड़ दिया गया था। आसपास के इलाके में उत्कर्ष को काफी खोजा गया लेकिन पता नहीं चला। तब इसकी सूचना पुलिस को दी गई। घर के पास स्थित जेडीएम प्ले स्कूल के सीसीटीवी फुटेज की जब पुलिस ने जांच की तो उसमें उत्कर्ष घर की ओर आता दिखाई दे रहा है। लेकिन इसमें अपहर्ता नहीं दीख रहे हैं। शाम करीब सात बजे अपहर्ता ने फोन कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। उस समय पुलिस उत्कर्ष के घर पर थी। रात भर पुलिस उत्कर्ष की खोज में जुटी रही लेकिन न तो उत्कर्ष का पता चला और न ही अपहर्ताओं का।
इसी बीच बुधवार सुबह सूचना मिली कि एक बच्चे का शव गीता कालोनी थाना क्षेत्र के रानी गार्डन में नाले पर पड़ा हुआ है। पुलिस ने जब शव की पहचान करवाई तो पता चला कि यह शव उत्कर्ष का है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सब्जी मंडी मोर्चरी भेज दिया है।
इस घटना से परिवार के लोग बेहद गमगीन है। इलाके के लोगों में भी काफी रोष है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से उत्कर्ष की जान गई है। अगर पुलिस ने सही तरीके से जांच की होती तो अपहर्ता पकड़े गए होते। उनका कहना था कि जहां से उत्कर्ष का अपहरण किया गया और जहां उसका शव मिला है उसके बीच दो से ढ़ाई किलोमीटर की दूरी है। इससे स्पष्ट है कि अपहर्ता ज्यादा दूर नहीं गए थे। पुलिस की लापरवाही को लेकर लोगों ने झील चौक पर यातायात जाम भी किया। मौके पर जिला पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा अपराध शाखा के अधिकारी भी जांच में जुटे हैं।
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घटना की जैसे ही जानकारी मिली, पुलिस सक्रिय हो गई थी। कई टीमें उत्कर्ष व अपहर्ताओं के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हुई थी। जिन लोगों पर शक है उनसे पूछताछ की जा रही है। सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच की जा रही है। शीघ्र ही अपहर्ताओं को पकड़ लिया जाएगा।
अजय कुमार, पुलिस उपायुक्त, पूर्वी जिला
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