बोतलबंद पानी की कीमतों पर अब मापदंड नहीं
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, बोतलबंद पानी की अलग-अलग जगहों पर वसूली जाने वाली अलग-अलग कीमतों को लेकर मंत्रालय ने यह कदम उस समय उठाया है।
नई दिल्ली, नई दुनिया। गर्मी की दस्तक के साथ ही उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने देशभर में बोलतबंद पानी बेचने वाली कंपनियों पर सख्ती के संकेत दिए हैं। मंत्रालय ने इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए फिलहाल बोतलबंद पानी बेचने वाली कंपनियों से पूछा है कि वह बताएं कि एक मात्रा और एक जैसे पानी की अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग कीमत क्यों वसूली जा रही है? मंत्रालय ने कंपनियों के इस दोहरे मापदंड पर नाखुशी जताई है। साथ ही राज्यों से ऐसे मामलों को गंभीरता से लेने और कार्रवाई करने के लिए कहा है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, बोतलबंद पानी की अलग-अलग जगहों पर वसूली जाने वाली अलग-अलग कीमतों को लेकर मंत्रालय ने यह कदम उस समय उठाया है। उपभोक्ता फोरम में इससे जुड़ी शिकायतें बड़े पैमाने पर सामने आ रही थीं। इनमें ज्यादातर शिकायतें महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के शहरों से आई थीं। जिसमें यह बताया गया था कि कंपनियां एक जैसे सॉफ्ट डिंक्स और मिनरल वॉटर की बिक्री मॉल, सिनेमा घरों और एयरपोर्टो पर ज्यादा कीमत पर कर रही हैं। जबकि इनके कंटेंट और मात्रा एक जैसी है। शिकायतों में जो खासबात सामने आई, उसके तहत कंपनियों द्वारा इसके लिए बकायदा अलग प्रिंट रेट दर्ज किया गया था। मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो मंत्रालय ने दो अलग-अलग प्रिंट रेट को लेकर नाखुशी जताई। साथ ही कंपनी से जबाव भी मांगा है।
गौरतलब है कि उपभोक्ता मामले के मंत्रालय में पहले भी बोतलंबद पानी को ज्यादा कीमतों पर बेंचने का मामला उठाया गया था। मंत्रालय ने उस समय भी ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी। लेकिन कुछ हुआ नहीं। अब भी कंपनियों मनमाने तरीके से रेट वसूल रही हैं।