जिंदल के राष्ट्रपति पद की दावेदारी पेश करने से खानपुर में खुशी की लहर
जिंदल परिवार ने कभी सोचा नहीं होगा कि करीब चार दशक बाद उनका परिवार अमेरिका पर राज करेगा। अमेरिका की स्टेट लुसियाना के गवर्नर रह चुके बॉबी जिंदल द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी पेश करते ही उनके पृतक गांव खानपुर में खुशी की लहर दौड़ गई
भूपेश जैन, खानपुर (संगरूर)। जिंदल परिवार ने कभी सोचा नहीं होगा कि करीब चार दशक बाद उनका परिवार अमेरिका पर राज करेगा। अमेरिका की स्टेट लुसियाना के गवर्नर रह चुके बॉबी जिंदल द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी पेश करते ही उनके पृतक गांव खानपुर में खुशी की लहर दौड़ गई।
रिश्तेदार बॉबी की इस उपलब्धि से फूले नहीं समा रहे हैं। हालांकि उन्हें मलाल है कि वह कभी संगरूर नहीं आए, किंतु उन्हें गर्व है कि उनके बीच का व्यक्ति अमेरिका में अपने नाम का डंका बजा रहा है। बॉबी के पिता नौकरी करने के लिए करीब चार दशक पहले खानपुर गांव से अमेरिका चले गए थे। वहीं, बॉबी जिंदल का जन्म हुआ। बॉबी पहली बार 1996 में चर्चा में आए थे, तब उन्हें लुसियाना का स्वास्थ्य सचिव बनाया गया।
1999 में लुसियाना यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने का गौरव भी बॉबी को प्राप्त है। 2001 में राष्ट्रपति जार्ज बुश ने सहायक सचिव नियुक्त किया। 2003 में केंद्रीय पद से त्यागपत्र देकर लुसियाना लौटे और गवर्नर पद की तैयारी शुरू की। हालांकि चुनाव हार गए।
2007 में गवर्नर बने। इसके बाद बॉबी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज वह राष्ट्रपति की दौड़ में शामिल हो गए हैं। गांव खानपुर में बॉबी जिंदल के ताया का परिवार रहता है। उन्हें मलाल है कि बॉबी कभी उनसे मिलने नहीं आया, किंतु उन्हें इससे ज्यादा खुशी इस बात की है कि उसने परिवार व देश का नाम ऊंचा कर दिया है।
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