मुंबई: केइएम अस्पताल को बीएमसी का नोटिस, डेंगू से पीड़ित 15 डॉक्टर
मच्छरों पर नियंत्रण न कर पाने वाले मुंबई के बड़े अस्पताल केइएम को बीएमसी ने नोटिस जारी किया है।
मुंबई (मिड-डे)। शहर के सबसे बड़े केइएम अस्पताल में मच्छरों को कंट्रोल करने में असफल रहने पर बीएमसी की ओर से चेतावनी जारी की गयी है। पिछले सप्ताह कीटनाशक विभाग ने एक निरीक्षण के बाद शुक्रवार को एक चेतावनी वाला नोटिस भेजा।
अस्पताल परिसर में तिरपाल शीट्स पर जमा हुए पानी में डेंगू मच्छरों का प्रजनन पाया गया। सूत्रों के अनुसार, अस्पताल में उन्हें अनेकों ऐसे जगह मिले जहां मच्छरों का प्रजनन देखा गया। विशेषकर छत और नालों के अलावा तिरपाल पर जमा हुए पानी में देखा गया।
बीएमसी के कीटनाशक विभाग के सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘हमने अस्पताल को वार्निंग लेटर भेजा है। भारी बारिश के कारण जगह जगह पानी जमा हैं, जहां डेंगू मच्छरों को पनपने के लिए उपर्युक्त जगह मिल गयी। और ये 400 मीटर की दूरी तक जा सकते हैं।‘
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि पत्र मिलने के 24 घंटों के भीतर उन्होंने जमा हुए पानी को निकाल दिया। कॉलेज के डीन व बड़े अस्पतालों के डायरेक्टर डॉ अविनाश सुपे ने बताया, ‘पत्र हमारे सिविल डिपार्टमेंट को शुक्रवार को मिला, जिसपर उन्होंने एक दिन के भीतर प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई की और आवश्यक सफाई करवाया।‘
पिछले महीने अस्पताल में 15 रेसिडेंट डॉक्टरों को डेंगू हो गया था और उनमें से तीन का इलाज अभी भी हो रहा है। लेकिन डॉ सूपे ने इस जानकारी को नकारते हुए कहा इलाज के लिए मात्र एक नर्स को भर्ती किया गया है।
अस्पताल की सफाई अभियान के तहत जगह-जगह डेंगू से एहतियात व वार्निंग वाले पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें निम्न सावधानियां बरतने को कहा गया है:-
- पूरी बाजू वाले कपड़े पहनें ताकि काम करते वक्त मच्छरों से बचाव हो
- खुली जगहों पर मच्छर रोधी क्रीम लगाएं
- मच्छदानी का प्रयोग करें
- बाल्टियों में पानी न छोड़ें
- नल का खुला न छोड़ें और यदि कहीं खुला दिखे तो उसे बंद कर दें
- बाल्टियों व खाली गमलों को उलट कर रखें ताकि उसमें पानी न जमा हो सके
- जब कमरे में न हो तो खिड़कियां बंद रखें
- अपने आस-पास कचरा न छोड़ें, इसे खिड़की से बाहर न फेंके, कूड़ेदान का प्रयोग करें
- मरीजों व उनके रिश्तेदारों को भी हिदायत दें
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