वाराणसी के विकास के लिए तैयार होने लगा ब्लूप्रिंट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने का असर वाराणसी में जल्द दिखेगा। मोदी और उनके अधिकारियों के साथ वाराणसी क्षेत्र के चुने हुए कुछ भाजपा के प्रतिनिधियों की बैठक में समस्याओं के निराकरण के साथ- साथ विकास से जुड़े सभी मुद्दों का ब्लूप्रिंट तैयार करने की कवायद हुई। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्य
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने का असर वाराणसी में जल्द दिखेगा। मोदी और उनके अधिकारियों के साथ वाराणसी क्षेत्र के चुने हुए कुछ भाजपा के प्रतिनिधियों की बैठक में समस्याओं के निराकरण के साथ- साथ विकास से जुड़े सभी मुद्दों का ब्लूप्रिंट तैयार करने की कवायद हुई। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे।
बजट में गंगा के लिए दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का शुरुआती आवंटन करने के बाद अब इसका संकेत साफ हो गया है कि वाराणसी का चेहरा बदलेगा। बताते हैं कि अधिकारियों को पहले ही वाराणसी का स्वरूप निखारने के लिए प्लान तैयार करने का निर्देश था लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद औपचारिक रूप से शनिवार को पहली बार मोदी ने वाराणसी के लिए अलग से बैठक बुलाई थी। काफी लंबी चली बैठक में बताते हैं कि सामाजिक, आर्थिक, औद्योगिक, ढांचागत विकास के मुद्दों पर अलग-अलग चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने यह बता दिया कि सरकार देश में हर शहर का विकास करना चाहती है लेकिन वाराणसी का महत्व न सिर्फ सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से अहम है बल्कि विश्व पर्यटन के मानचित्र पर वाराणसी भारत की पहचान है। लिहाजा यहां और ध्यान देने की जरूरत है। ट्रैफिक, सीवर, सड़क, बिजली जैसी सुविधा इस प्राचीन शहर को और निखारेगा। बुनकरों की स्थिति सुधारने के लिए सरकार के आम बजट में समूह बनाने की घोषणा की गई थी। सूत्रों के अनुसार मोदी ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को कहा कि हर पहलू से विकास की योजना बनाई जाए लेकिन यह भी ध्यान रहे कि वाराणसी की आत्मा पर उसकी आंच न आए।
बताते हैं कि यह भी सतर्क कर दिया गया है कि योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी हर स्तर पर होगी। भाजपा नेताओं से यह भी कहा गया है कि विकास कार्यो में जनता को भी जोड़ा जाए ताकि वह इससे अपनत्व का अहसास कर सकें। बैठक में वाराणसी के महापौर रामलाल मोहले, काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, तीन विधायक समेत कुछ अन्य नेता मौजूद थे।
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