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अब फीफा महासचिव जेरोम वाल्के पर लगे आरोप

फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था फीफा पर हाल में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों में अब महासचिव जेरोम वाल्के भी फंसते नजर आ रहे हैं। वाल्के पर एक करोड़ डॉलर (करीब 63 करोड़, 86 लाख रुपये) के भुगतान में संलिप्तता के आरोप लगे हैं।

By Sumit KumarEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2015 11:47 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2015 12:07 AM (IST)
अब फीफा महासचिव जेरोम वाल्के पर लगे आरोप

ज्यूरिख। फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था फीफा पर हाल में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों में अब महासचिव जेरोम वाल्के भी फंसते नजर आ रहे हैं। वाल्के पर एक करोड़ डॉलर (करीब 63 करोड़, 86 लाख रुपये) के भुगतान में संलिप्तता के आरोप लगे हैं।

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फीफा से संबद्ध लाखों डॉलर के घोटाले की जांच कर रही अमेरिकी खुफिया ब्यूरो एफबीआइ दक्षिण अफ्रीकी फुटबॉल संघ (एसएएफए) द्वारा फीफा के ज्यूरिख के बैंक खाते से फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष जैक वार्नर को भेजी गई इस राशि को रिश्वत मान रही है।

वार्नर कैरेबियाई फुटबॉल संघ के अध्यक्ष भी हैं। विश्व कप 2010 का आयोजन करने वाली एसएएफए को फीफा को 42.3 करोड़ डॉलर (करीब 27 अरब रुपये) देने थे, जिसमें से एसएएफए ने एक करोड़ डॉलर की राशि काट लेने का अनुरोध किया था। भुगतान के साथ एसएएफए के अध्यक्ष मोलेफी ओलीफैंट की ओर से वाल्के को एक पत्र भी भेजा गया था, जिसमें विश्व कप फंड में से वार्नर को भुगतान करने के लिए कहा गया था।

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अमेरिकी वकीलों का आरोप है कि दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने विश्व कप 2010 की मेजबानी पाने के लिए वार्नर और अन्य अधिकारियों को रिश्वत के रूप में एक करोड़ डॉलर की राशि का भुगतान किया। समाचार पत्र 'न्यूयार्क टाइम्स' में सोमवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, एफबीआइ का मानना है कि इस भुगतान को वाल्के ने मंजूरी दी।

फीफा ने किया बचाव :
फीफा की ओर से जारी एक वक्तव्य में हालांकि कहा गया है कि वाल्के उस भुगतान में संलिप्त नहीं थे और यह भुगतान दक्षिण अफ्रीकी सरकार और एसएएफए के अनुरोध पर किया गया। वाल्के ने अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोप से साफ इन्कार किया है और कहा है कि वह ऊंची रैंक के अधिकारी हैं और उनके पास भुगतान को मंजूरी देने का अधिकार नहीं है।

सीबीएफ के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ जांच शुरू
ब्राजीली फुटबॉल परिसंघ (सीबीएफ) के पूर्व अध्यक्ष रिकार्डो टैइक्सेइरा के खिलाफ कथित मनी लॉड्रिंग और धोखेबाजी के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। संघीय अभियोजक कार्यालय के प्रवक्ता मर्सेलो डेल नेगरी ने कहा कि ये आरोप 2009 से 2012 के बीच टैइक्सेइरा के कार्यकाल के दौरान के हैं, लेकिन जांच पूरी तरह से गोपनीय तरीके से हो रही है।

संघीय पुलिस ने जांच में पाया कि टैइक्सेइरा ने अपने खातों से करीब 15 करोड़ डॉलर (करीब 9 अरब, 56 करोड़ रुपये) का लेन देन किया। जांचकर्ताओं के पास टैइक्सेइरा के खिलाफ चार आरोपों के पुख्ता सुबूत हैं, जिनमें मुद्रा का अवैध हस्तांतरण और सार्वजनिक दस्तावेजों में हेरफेर शामिल है। वह 2009 से 2012 के बीच विश्व कप 2014 की आयेाजन समिति के प्रमुख भी थे।

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