रेलवे का गजब कारनामा, यात्रियों को थमाए ब्लैंक टिकट
बिलासपुर स्टेशन में कुछ यात्रियों को ब्लैंक टिकट दिए गए। जल्दबाजी में यात्री भी उसे बिना ही ट्रेन में सवार हो गए।
रायपुर। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में शनिवार को कुछ यात्रियों को ब्लैंक टिकट दिए गए। जल्दबाजी में यात्री भी टिकट देखे बिना ही ट्रेन में सवार हो गए। जब टीटीआई टिकट जांच करने पहुंचे तो ब्लैंक टिकट देखकर यात्रियों पर जुर्माना लगाने की बात कहने लगे। इससे यात्री भड़क गए। यात्रियों ने इसे रेलवे की ही गंभीर लापरवाही मानी और ट्रेन में ही हंगामा करने लगे। बाद में टीटीआई ने यात्रियों को पूछताछ कर छोड़ दिया और कहा कि बिलासपुर स्टेशन से इसकी जानकारी ली जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर रेलवे स्टेशन में सुबह 9 बजे टिकट लेने के लिए यात्रियों की लम्बी लाइन लगी हुई थी। इसी बीच स्टेशन पर जनशताब्दी एक्सप्रेस पहुंची। एक दर्जन यात्रियों ने रायपुर के लिए टिकट कटाया। यात्रियों ने पैसे देकर काउंटर से टिकट लिए और ट्रेन की ओर दौड़ पड़े। ट्रेन स्टेशन से छूट गई। भाटापारा के पास टीटीआई जांच करने के लिए बोगी में पहुंचे। जब यात्रियों ने टिकट दिखाया तो टीटीआई ने आपत्ति की। उन्होंने कहा कि यह टिकट मान्य नहीं होगा। तब जाकर यात्रियों ने देखा कि उन्होंने स्टेशन से ब्लैंक टिकट लिया है, जिस पर सिर्फ टिकट का सीरियल नम्बर लिखा हुआ है।
टीटीआई जांच करते हुए जैसे आगे बढ़े, ब्लैंक टिकट वाले एक दर्जन लोग मिल गए। टीटीआई ने सभी के ऊपर जुर्माना करने की बात कही। यात्रियों ने इस पर आपत्ति की, लेकिन टीटीआई बार- बार कार्रवाई की बात कहे रहे। इससे आक्रोश फैल गया। यात्री ट्रेन में ही हंगामा करने लगे। यात्रियों की नाराजगी को देखकर टीटीआई ने कार्रवाई नहीं की। उन्होंने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत करने की बात कही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार या प्रिंटर के कारण हुआ है। टिकट प्रिंट नहीं हो पाया है, इसलिए टिकट ब्लैंक निकल गया। वहीं यात्रियों ने बताया कि हड़बड़ी के कारण वे टिकट नहीं देख पाए।
सिर्फ नम्बर
बिलासपुर स्टेशन में जो टिकट दिया गया है, जिसमें सिर्फ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे लिखा हुआ है। बीच में एक सीरियल नम्बर लिखा हुआ है। उसके अलावा पूरा टिकट ब्लैंक है। न उसमें गंतव्य स्थान दिया है, न दूरी, पैसा, समय सहित कुछ भी नहीं लिखा हुआ है। ऐसा टिकट एक नहीं एक दर्जन लोगों को दिया गया है।
काउंटर पर लापरवाही
यात्रियों का कहना है कि काउंटर में बैठे कर्मचारी की लापरवाही की वजह से जुर्माना हो जाता। काउंटर में बैठे कर्मचारी को टिकट देखकर देना चाहिए था या प्रिंटर में खराबी है तो उसे दूर करना चाहिए था, लेकिन कर्मचारी ने ऐसा नहीं किया, यात्रियों को टिकट दे दिया।
नहीं है जानकारी
काउंटर से ब्लैंक टिकट देने की मुझे जानकारी नहीं है। इसकी जानकारी लेता हूं। जो भी इसमें दोषी पाए जाएंगे, उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। - आरके अग्रवाल, सीपीआरओ