दिल्ली में युवाओं पर दांव लगाएगी भाजपा
आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने तेजतर्रार युवा चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी में है। पार्टी को युवा कलेवर देने की इस खास पहल की कीमत पार्टी के दमदार बुजुर्ग नेताओं को चुकानी पड़ सकती है। पार्टी 70 की उम्र पार कर चुके नेताओं को चुनाव मैदान में
संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने तेजतर्रार युवा चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी में है। पार्टी को युवा कलेवर देने की इस खास पहल की कीमत पार्टी के दमदार बुजुर्ग नेताओं को चुकानी पड़ सकती है। पार्टी 70 की उम्र पार कर चुके नेताओं को चुनाव मैदान में नहीं उतारने पर गंभीरता से विचार कर रही है। माना जा रहा है कि उम्रदराज नेता चुनाव लड़ने के बजाए रणनीतिकार की भूमिका निभाएंगे। पार्टी में शीघ्र ही इस संबंध में निर्णय लिए जाने की चर्चा है।
भाजपा में संगठन हो या चुनाव प्रत्येक जगह युवा चेहरों को आगे लाया जा रहा है। इसकी झलक दिल्ली प्रदेश भाजपा की नई टीम से लेकर जिला व मंडल स्तर पर हो रहे फेरबदल में भी मिल रही है। अधिकांश युवाओं को संगठन में जिम्मेदारी दी जा रही है। इसके बाद आगामी विधानसभा चुनाव में भी अनुभवी नेताओं पर युवाओं को तरजीह देने की तैयारी है। इसके लिए क्षेत्र में पकड़ रखने वाले युवा नेताओं की खोज हो रही है, जिन्हें चुनाव लड़ाकर विपक्षी पार्टियों को मात दी जा सके। हालांकि, अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि किस उम्र तक के नेताओं को टिकट मिलेगा, लेकिन बताया जा रहा है कि 70 वर्ष की आयु पूरी कर चुके तथा प्रदेश में वर्ष 1993 से विधानसभा चुनाव लड़ रहे नेताओं को इस बार आराम देने पर विचार किया जा रहा है। यदि ऐसा होता है तो जाहिर तौर पर दिल्ली में भाजपा के कई कद्दावर नेता चुनाव लड़ने से वंचित हो जाएंगे।