आतंकियों की रिहाई पर मुफ्ती के बयान का भाजपा ने किया विरोध
जम्मू-कश्मीर में भाजपा और पीडीपी के गठबंधन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही ऐतिहासिक बता रहे हों, लेकिन इन सब के बीच राज्य में भाजपा और पीडीपी के मतभेद शुरुआती दिनों में ही ऊभरने शुरू हो गए हैं। राजनीतिक कैदियों की रिहाई पर मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की टिप्पणी की
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में भाजपा और पीडीपी के गठबंधन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही ऐतिहासिक बता रहे हों, लेकिन इन सब के बीच राज्य में भाजपा और पीडीपी के मतभेद शुरुआती दिनों में ही ऊभरने शुरू हो गए हैं। राजनीतिक कैदियों की रिहाई पर मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की टिप्पणी की भाजपा ने निंदा करते हुए कहा कि विवादित मुद्दों को उठाने की बजाए मुख्यमंत्री न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर ध्यान दें, तो बेहतर होगा।
भाजपा विधायक रवींद्र रैना ने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वो न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर ध्यान दें।भाजपा ऐसे किसी भी अध्यादेश का विरोध करेगी, जिसमें अलगाववादियों और आतंकियों को राहत देने की बात होगी।
मुफ्ती मोहम्मद सईद ने अलगाववादियों और आतंकियों को राहत देने की वकालत की थी। मुफ्ती ने कहा था कि जम्मू कश्मीर सरकार जल्द ही राजनैतिक कैदियों को राहत देने के लिए अध्यादेश लाएगी। इस अध्यादेश के जरिए अलगाववादियों और आतंकियों को राहत देने की कोशिश की जाएगी। भाजपा ने कहा कि सरकार के ऐसे किसी भी अध्यादेश का पार्टी विरोध करेगी।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी के गठबंधन की सरकार बनी है। एक मार्च को मुफ्ती ने सूबे के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेते ही मुफ्ती ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि चुनाव के लिए माहौल बनाने में आतंकियों और पाकिस्तान का योगदान रहा।
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