एसएसपी को डसकर ही दम लेगी भाजपा: लक्ष्मीकांत
मुरादाबाद [जागरण संवाददाता]। कांठ प्रकरण पर प्रशासन के रवैये से बेहद खफा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने नया मोर्चा खोलते हुए 15 जुलाई से बडे़ आंदोलन की घोषणा की है। हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताने वाले मुरादाबाद के एसएसपी को डसने का ऐलान करते हुए कहा कि भाजपा ने इसे नागिन की तरह आंखों में उतार लिया है।
मुरादाबाद [जागरण संवाददाता]। कांठ प्रकरण पर प्रशासन के रवैये से बेहद खफा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने नया मोर्चा खोलते हुए 15 जुलाई से बडे़ आंदोलन की घोषणा की है। हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताने वाले मुरादाबाद के एसएसपी को डसने का ऐलान करते हुए कहा कि भाजपा ने इसे नागिन की तरह आंखों में उतार लिया है।
यहां पत्रकारों से बातचीत में बाजपेयी ने कहा कि जिस तरह नागिन अपने दुश्मन को आंखों में उतार लेती है, भाजपा ने भी एसएसपी धर्मवीर को अपनी आंखों में उतार लिया है। अब इन्हें पूरी तरह डसकर ही पार्टी दम लेगी। कांठ में हुए बवाल के लिए उन्होंने एसएसपी को ही जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मुरादाबाद जिला प्रशासन ने बिना किसी कारण भाजपा के 60 से भी अधिक कार्यकर्ताओं को जेल में बंद कर रखा है। इनके खिलाफ कोई मामला भी नहीं है। एसडीएम को थप्पड़ मारने के साथ ही कांठ में बवाल के लिए मुरादाबाद के भाजपा सांसद सर्वेश सिंह को जिम्मेदार बताने वाले एसएसपी और जिला प्रशासन ने अपनी सपाई मानसिकता उजागर कर दी है।
निर्दोष लोगों और पार्टीजनों के उत्पीड़न और मंदिर से लाउडस्पीकर हटाकर एकपक्षीय कार्रवाई के खिलाफ भाजपा 15 जुलाई से कमिश्नर के कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर आंदोलन चलाएगी। पंद्रह दिन तक चलने वाले इस आंदोलन में सांसद और विधायक भी रहेंगे जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता विधानसभा सीट वार भागीदारी करेंगे। इस पर भी दोषियों के विरुद्ध कार्रंवाई न हुई और मंदिर पर लाउडस्पीकर नहीं लगा तो आंदोलन को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि चार जुलाई को कांठ में महापंचायत का आह्वान भाजपा का था ही नहीं। इसके आयोजक पार्टी के पूर्व विधायक राजेश चुन्नू के होने के सवाल पर कहा कि यह उनकी निजी सोच हो सकती है। उन्होंने बताया कि पार्टी ने मानवाधिकार आयोग के सामने मामले को रखा है, वहां डीएम मुरादाबाद को जवाब देना होगा।
ध्यान रहे कांठ के अकबरपुर चैदरी गांव में मंदिर से पुलिस द्वारा जबरन ताला तोड़कर लाउडस्पीकर उतारने पर 27 जून को कांठ में जमकर बवाल हुआ था। पुलिसिया तांडव के खिलाफ लगातार 11 दिन तक लोगों ने बाजार भी बंद रखा था।
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