गुजरात: अमित शाह राज्यसभा के लिए कर सकते हैं नामांकन, विपक्ष हुआ एकजुट
गुजरात से राज्यसभा की तीन सीट अगले महीने खाली हो रही है जिनमें से एक पर राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने फिर उम्मीदवारी दर्ज करा दी है।
अहमदाबाद, जेएनएन। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह गुजरात पहुंच चुके हैं, उनके गुजरात से राज्यसभा की दावेदारी पेश करने की चर्चा है। शाह अहमदाबाद के नारणपुरा से विधायक हैं, आगामी विधानसभा चुनाव अब शाह नहीं लडेंगे। शाह राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
जबकि माना जा रहा है कि स्मृति ईरानी इस बार राज्यसभा के लिए गुजरात से दावेदारी नहीं करेंगी। उनके स्थान पर किसी नए नेता की तलाश की जा रही है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा किसी स्थानीय कम्युनिटी बेस नेता को राज्यसभा भेज सकती है ताकि आगामी चुनाव में उसे भुनाया जा सके।
राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात का विपक्ष फिर एकजुट नजर आ रहा है, सांसद अहमद पटेल ने कांग्रेस की ओर से राज्यसभा का नामांकन भरा है। कांग्रेस, एनसीपी, जदयू के विधायक उनके साथ थे। पार्टी से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला ने भी पटेल को मत देने की घोषणा की है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भाजपा से उम्मीदवारी कर सकते हैं जबकि स्मृति ईरानी इस बार मध्यप्रदेश से नामांकन भरेंगी।
गुजरात से राज्यसभा की तीन सीट अगले महीने खाली हो रही है जिनमें से एक पर राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने फिर उम्मीदवारी दर्ज करा दी है। विधानसभा अध्यक्ष डी एम पटेल के समक्ष उन्होंने नामांकन दाखिल किया है।
वरिष्ठ नेता वाघेला ने भी अहमद पटेल को ही मदद देने का ऐलान किया है। पटेल ने नामांकन से पहले वाघेला से उनके निजी आवास पर जाकर मुलाकात की, नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक सब एकजुट हैं और उन्हें 55 से अधिक मत मिलेंगे।
राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर उन्होंने कहा कि वहां गुप्त मतदान था लेकिन राज्यसभा चुनाव में ऐसा नहीं होगा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में 51 विधायकों ने शिरकत की थी, कुछ विधायक बरसात के कारण नहीं आ सके।
राठवा ने लिया वाघेला का स्थान
कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ विधायक व आदिवासी नेता मोहनसिंह राठवा को नेता विपक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप दी है। वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला के पार्टी छोडने के बाद यह पद रिक्त हो गया था। राठवा 1972 से विधानसभा के सदस्य हैं, अब तक 9 बार विधायक चुने गए हैं। आदिवासी बहुल पंचमहाल छोटाउदेपुर में उनकी अच्छी पकड है, आदिवासी वोट बैंक को आकर्षित करने में राठवा कांग्रेस के लिए तुरूप का इक्का साबित हो सकते हैं।
वाघेला का पलटवार
गुजरात कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत के वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला पर दिए बयान पर वाघेला ने जोरदार पलटवार किया है। वाघेला ने कहा हे कि कांग्रेस नेता अपनी जीभ पर लगाम रखें, ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करें जिससे किसी के मान सम्मान को ठेस पहुंचती हो।
गांधीनगर सर्किट हाउस में पत्रकार सम्मेलन का आयोजन कर वाघेला ने गहलोत को चेताते हुए कहा कि उन्हें अपने शब्द वापस लेने चाहिए, गहलोत ने कहा था कि वाघेला कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद की दावेदारी करना चाहते थे, उनकी यह मांग कांग्रेस को स्वीकार्य नहीं थी। गहलोत के इसी बयान से वाघेला लाल पीले हो गए तथा पत्रकार सम्मेलन बुलाकर गहलोत से शब्द वापस लेने की मांग भी कर डाली।
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