भाजपा के 'पंचामृत' से मिल रही है कूटनीति को सही दिशा
भारत की विदेश नीति को बेंगलुरु में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में निर्धारित 'विदेश नीति के पांच आधार स्तंभों' से सही दिशा मिल रही है।
न्यूयॉर्क। भारत की विदेश नीति को बेंगलुरु में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में निर्धारित 'विदेश नीति के पांच आधार स्तंभों' से सही दिशा मिल रही है।
पिछले दिनों 'मई 2014 के बाद भारत की विदेश नीति के बहुपक्षीय आयाम' विषय पर आयोजित एक सेमीनार में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अशोक कुमार मुखर्जी ने यह बात कही।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विदेश नीति को लेकर भाजपा की ओर से 'पंचामृत' की घोषणा की गई थी। इसके तहत विदेश नीति के लिए पांच स्तंभ सम्मान, संवाद, समृद्धि, सुरक्षा और संस्कृति एवं सभ्यता निर्धारित किए गए थे।
अशोक कुमार ने बताया कि इस नीति के आधार पर ही भारत गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम व कूटनीतिक प्रयासों को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि इन सिद्धांतों के बदौलत ही भारत सहस्राब्दी लक्ष्यों को काफी हद तक हासिल करने में सफल रहा और सतत विकास लक्ष्यों को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभा रहा है।
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